गुजारिश इमेज बदलने की कोशिश नहीं: रितिक
१३ अक्टूबर २०१०रितिक रोशन का कहना है, "मैं इस फिल्म में एक सुपर कैरेक्टर हूं. मैंने करीब 20 ऐसे मरीजों से बातचीत की है जिनका निचला शरीर पूरी तरह से लकवे का शिकार हैं, दोनों पैर भी. ये तब होता है जब रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा हो. ये रोजमर्रा के जीवन के हीरो हैं. मैं स्क्रीन पर उनकी भावनाओं को दिखा रहा हूं." गुजारिश संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी है. यह 19 नवंबर को रिलीज हो रही है. इसमें रितिक रोशन के साथ ऐश्वर्या राय बच्चन काम कर रही हैं.
रितिक ने पीटीआई के साथ बातचीत में बताया, "जिन मरीजों के साथ मैंने फिल्म बनने के दौरान बातचीत की वह मेरे निजी जीवन में भी दोस्त बन गए हैं. उन्होंने मुझे सिखाया कि मैं सिर्फ शरीर नहीं हूं. आपकी मुसीबतों के पीछे कोई वजह होती है और उन्हें हल करने के पीछे भी."
रितिक की पिछली फिल्म काइट्स बॉक्स ऑफिस पर डूब गई. रितिक कहते हैं कि अब तक उन्होंने जिन फिल्मी किरदारों को निभाया, उनके लिए कभी खुद को जिम्मेदार महसूस नहीं किया. "मैं इन सुपर हीरोज का किरदार स्क्रीन पर अदा कर रहा हूं. वैसे भंसाली की स्क्रिप्ट ने भी मुझे बहुत प्रभावित किया. मुझे लगा कि इन कहानियों को दुनिया तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मेरी है. मेरी भूमिका दिखाती है कि जादूगर के तौर पर कार्यक्रम करते हुए भयंकर दुर्घटना के बाद, मुश्किलों और संघर्ष के बावजूद कैसे जिया जाता है."
रितिक ने बताया कि उन्होंने इन मरीजों के साथ काफी समय बिताया ताकि समझ सकें कि वे किस तरह से सोचते हैं और उनकी जरूरतें क्या हैं. रितिक को याद आया कि जब उन्हें घुटने में चोट लगी थी और डॉक्टर ने कहा था कि ये घुटना कभी ठीक नहीं होगा, तब उनकी मानसिक स्थिति कैसी थी. वह कहते हैं, "उस मानसिक स्थिति के कारण मैंने खुद को कहानी से जुड़ा पाया. स्क्रिप्ट ने मुझे इतनी ऊर्जा से भर दिया कि मैं अपने घुटने की चोट की निराशा भूल गया."
अपनी फिटनेस को छोड़ते हुए रितिक ने इस फिल्म में मोटा दिखने के लिए भरपूर खाना पीना शुरू किया और जिम जाना छोड़ दिया. वह बताते हैं, "15 साल के अनुशासित डायट और एक्सरसाइज के बाद मैंने तय किया कि मैं दूसरे चरम पर जिऊंगा. मैंने जिम जाना छोड़ दिया और बटाटा वड़ा, समोसा, पॉपकॉर्न और तली गली चीजें सात महीने तक खाई."
रितिक ने कहा कि गुजारिश फिल्म मर्सी किलिंग पर कोई बात नहीं करती. वह बताते हैं, "ये एक व्यक्तिगत कहानी है. मर्सी किलिंग के मुद्दे को दर्शकों को चरित्र की नजर से देखना होगा. ये मर्सी किलिंग के बारे में नहीं है बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की ताकत के बारे में है जो दुर्घटना के कारण निचले शरीर के लकवे से पीड़ित है. उसने 14 साल पूरी जिंदगी जी है. यह चरित्र एक जादूगर रहा है और नहीं चाहता कि शो का पर्दा गिरे. वह खुली आंखों से उस पार छलांग लगाना चाहता है."
इस फिल्म में संजल लीला भंसाली निर्देशक के अलावा पहली बार संगीत निर्देशक और कोरियोग्राफर की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं. रितिक कहते हैं, "ये जान कर मुझे बहुत अचंभा हुआ कि भंसाली बहुत अच्छे डांसर हैं और बहुत अच्छे संगीत निर्देशक भी."
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ए कुमार