गुस्से में नालबांदियान ने घायल किया जज को
१८ जून २०१२नालबांदियान क्वीन्स क्लब से बाहर निकाल दिए गए हैं और 30 साल के आर्जेंटीना के यह नागरिक एक के बाद एक माफी मांग रहे हैं. रविवार को क्वीन्स क्लब के फाइनल में नालबांदियान ने गुस्से में आ कर एक प्रचार के बोर्ड को जज पर धकेल दिया जिससे जज के पैर में गहरी चोटे आईं. नालबांदियान क्रोएशिया के मारिन सीलिच के खिलाफ खेल रहे थे. पहला सेट उन्होंने 7-6 से जीता और दूसरे सेट में 4-3 से पीछे रह गए. गुस्से में आ कर फिर उन्होंने प्रचार वाले बोर्ड को लात मारी. बोर्ड के बिलकुल पीछे ऐंड्रू मैकडूगल बैठे थे उन्हें चोट लग गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
नालबांदियान को खेल से तुरंत डिस्क्वालिफाई कर दिया गया और सीलिच को चैंपियन घोषित कर दिया गया. जजों ने उस पर 10,000 यूरो का जुर्माना भी लागू किया और कहा कि उन्हें दूसरे स्थान पर आने के लिए दी जाने वाली राशि भी नहीं मिलेगी. इससे नालबांदियान को करीब 45,000 यूरो का नुकसान होगा. अंततराष्ट्रीय टेनिस संगठन एटीपी भी उन पर 10,000 यूरो का जुर्माना लगाना चाहता है. इसके अलावा, नालबांदियान ने जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान टूर्नामेंट में काम कर रहे एक कर्मचारी पर पानी फेंका था जिसके लिए उन्हें 8,000 डॉलर का फाइन हो सकता है और आठ हफ्तों के लिए खेल से प्रतिबंधित भी किया जा सकता है.
नालबांदियान अगले कुछ ही दिनों में विंबलडन भी खेलेंगे और इस कोशिश में हैं कि उनपर प्रतिबंध और जुर्मानों का असर उनके खेल पर न पड़े. नालबांदियान ने कहा है कि उन्होंने जानबूझकर जज को घायल करने की कोशिश नहीं की. कहते हैं, "गलतियां तो सबसे होती हैं. जब कोई और गलती करता है उसे भी कीमत चुकानी पड़ती है. कई बार एटीपी खिलाड़ियों पर बहुत दबाव डालता है और कभी कभी आप खतरनाक कोर्टों पर खेल कर घायल भी हो जाते हैं और कुछ नहीं होता."
टेनिस में नालबांदियान जैसे कई खिलाड़ी हैं जो अपने खेल और अपने गुस्से के लिए मशहूर हुए हैं. 1990 की दशक में जॉन मैकनरो ने कोर्ट में अपना रैकेट तोड़ा और एक दर्शक को डांटा जिसका बच्चा रो रहा था. उसके बाद उन्होंने एक अधिकारी को गाली दी. टेनिस सुपरस्टार वीनस विल्यम्स भी अपना गुस्सा कोर्ट पर दिखा चुकी हैं.
एमजी/एएम(एपी, डीपीए)