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चंद्रयान-2 का पेलोड तय

३१ अगस्त २०१०

भारत के पहले मानवरहित चंद्र अभियान चंद्रयान-1 की कामयाबी के बाद भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-2 भेजने की तैयारियां तेज कर दी हैं. चंद्रयान-2 के लिए पेलोड तय कर लिया गया है. इस पर सात यंत्र भेजे जाएंगे.

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तस्वीर: AP

इस अभियान के दौरान चंद्रमा पर विभिन्न प्रयोगों के लिए यान के साथ भेजे जाने वाले वैज्ञानिक उपकरणों यानी पेलोड की सोमवार को घोषणा की गई. देश के दूसरे मानवरहित अभियान की लांचिंग के लिए वर्ष 2013 का लक्ष्य रखा गया है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को बंगलोर में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति द्वारा तय सात पेलोड की घोषणा की. इनमें तीन बिल्कुल नए होंगे जबकि चार पेलोड अक्टूबर 2008 में लांच किए गए भारत के पहले चंद्रयान अभियान में इस्तेमाल उपकरणों के उन्नत संस्करण होंगे.

Indien schickt Raumsonde zum Mond
2013 में उड़ान भरेगा चंद्रयानतस्वीर: picture-alliance/dpa

भारत का पहला चंद्र अभियान अक्टूबर 2008 में लांच किए जाने के लगभग एक साल बाद अचानक रुक गया था. चंद्रयान-1 में 11 पेलोड लगे थे, जिनमें छह विदेशी थे. ऑरबिटर, लैंडर और रोवर से सज्जित चंद्रयान-2 श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी के जरिए लांच किया जाएगा. सतह पर उतरने वाला लैंडर रूस उपलब्ध करा रहा है जबकि चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगाने वाले सेटेलाइट और चंद्रमा पर घूमने वाले रोवर का निर्माण इसरो कर रहा है. चंद्रयान-2 का वजन 2650 किलोग्राम होगा जिसमें ,े ऑरबिटर 1400 किलोग्राम का लैंडर 1250 किलोग्राम का होगा.

चंद्रयान-2 के लिए जिन पेलोड की सिफारिश की गई है उनमें लार्ज एरिया सॉफ्ट एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर (सीएलएएसएस), एल एंड एस बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर), इमेजिंग आईआर स्पेक्ट्रोमीटर (आईआईआरएस), नेचुरल मास स्पेक्ट्रोमीटर, टेरेन मैपिंग कैमरा-2, लेजर इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोमीटर और अल्फा पार्टिकल इंड्यूस्ड एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर शामिल हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/महेश झा

संपादन: ओ सिंह

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