चीनी जहाज से समंदर में बड़े प्रदूषण का खतरा
६ अप्रैल २०१०रीफ़ मूंगों जैसे समुद्री जीवों के जुड़ने से बने छोटे द्वीपों को कहते हैं. ग्रेट बैरियर रीफ़ दुनिया की सबसे बड़ा रीफ़ इलाका है और इसमें लगभग 2900 रीफ़ और 900 द्वीप शामिल हैं. समदंर के बहुत से प्राणी रीफ़ को अपना घर बनाते हैं. ग्रेट बैरियर रीफ़ को संयुक्त राष्ट्र ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया है.
शेंग नेंग 1 नाम का चीनी जहाज़ रीफ़ से शनिवार को टकराया और ज़मीन पर चढ़ गया जिससे उसके टैंकर में छेद हो गए और तेल रिसने लगा. ऑस्ट्रेलिया के राज्य क्वीन्सलैंड की मुख्यमंत्री एना ब्लाई ने कहा कि जहाज़ को सहारा देने के लिए दोनों तरफ जहाज़ों को तैनात किया गया और शेग नेंग 1 से तेल दूसरे जहाज़ में लाने की बात चल रही है.
चीनी जहाज से रिसते तेल की वजह से इस जैव धरोहर को खतरा पैदा हो गया है. इस जहाज पर 65 हजार टन कोयला लदा है. साथ ही इसमें 950 टन कच्चा तेल भी मौजूद है. इस सामान को दूसरे जहाजों पर लादने में हफ्तों और महीनों का समय लग सकता है.
अब तक शेंग नेंग 1 से ढाई टन तेल बाहर सागर रिस चुका है और समंदर पर तीन किलोमीटर दूर तक तेल की परत बन गई है. ऑस्ट्रेलिया के सागर सुरक्षा प्राधिकरण के प्रवक्ता ग्रैहम पीची का कहना है कि इस वक़्त सबसे ज़रूरी है कि रीफ को तेल के प्रदूषण से बचाया जाए. ग्रेट बैरियर रीफ के आसपास के इलाकों में कई समुद्री जीव पाए जाते हैं. पीची के मुताबिक इसकी रक्षा के लिए ख़ास क़ानून भी बनाए गए हैं.
सुरक्षा अधिकारी पैट्रिक क्वर्क का कहना है कि जहाज़ बार बार रीफ से टकरा रहा है जिससे उसके मूल ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है. ब्लाई के मुताबिक चीनी जहाज ग़ैर क़ानूनी तरीके से बैरियर रीफ के इन इलाकों तक पहुंचा है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार इसकी जांच रही है और ब्लाई को उम्मीद है कि शेंग नेंग 1 पर कोई कार्रवाई भी होगी.
रिपोर्टः डीपीए/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः ए कुमार