चीन की कंपनियां ईरान की मददगारः अमेरिका
१८ अक्टूबर २०१०अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने ये खबर छापी है. नाम न बताने की शर्त पर इस अधिकारी ने जानकारी दी कि पिछले महीने रॉबर्ट आइनहॉर्न के नेतृत्व में बीजिंग गई अमेरिकी अधिकारियों की टीम ने चीन के सामने ये मांग रखी. रॉबर्ट आइनहॉर्न अमेरिकी विदेश विभाग में विशेष सलाहकार हैं.
आइनहॉर्न ने चीनी विदेश विभाग के सलाहाकर को ऐसे कंपनियों और बैंकों के नाम की लिस्ट सौंपी है जो अमेरिका की नजर में संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों की अनदेखी कर ईरान की मदद कर रहे हैं. इन कंपनियों पर ये काम चीन की सरकार से इजाजत लिए बगैर करने का आरोप है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियां मानती हैं कि प्रतिबंधों की परवाह किए बगैर कई चीनी कंपनियां तकनीकों और साजोसामान को ईरान तक पहुंचा रही हैं. ये सामान ईरान की सेना के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इसके अलावा चीन के कुछ बैंक भी इस तरह के सौदों में भूमिका निभा रहे हैं. अखबार के मुताबिक ज्यादातर सौदे ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े हैं.
एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने ये भी जानकारी दी है कि चीन की कंपनियों ने उच्च श्रेणी के फाइबर भी ईरान को बेचे हैं जिसे यूरेनियम संवर्धन के लिए जरूरी उपकरण, सेंट्रीफ्यूज बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है.
2008 में ईरान ने चीनी कंपनियों से 108 प्रेशर गेज खरीदे जो सेंट्रीफ्यूज बनाने में काम आने वाला जरूरी उपकरण है. इससे पहले चीन के डालियान शहर की एक छोटी कंपनी ने ईरान को परमाणु कार्यक्रम के लिए ग्रेफाइट, टंगस्टन कॉपर, टंगस्टन पाउडर, उच्च क्षमता वाले एल्युमिनियम मिश्रधातु, स्टील जैसी चीजों की सप्लाई दी थी. इस फर्म को एक अमेरिकी बैंक के जरिए पैसों का भुगतान किया गया. अमेरिका में चीनी दूतावास के प्रवक्ता वांग बाओडोंग ने कहा है "अमेरिका की तरफ से दी गई जानकारियों की हमारी सरकार जांच करेगी."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी