चीन के विरोध में तिब्बती का दिल्ली में आत्मदाह
२६ मार्च २०१२पेट तक जले हुए इस तिब्बती प्रदर्शनकारी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, अभी साफ नहीं है कि वह कितना गंभीर रूप से जला है. बताया जा रहा है कि भारतीय संसद के पास हुई रैली में जब यह विरोध प्रदर्शनकारी भागा तो वह बुरी तरह आग की लपटों में घिरा हुआ था. वहां मौजूद लोगों ने ने झंडों से उसकी आग बुझाई और फिर पानी डाला. इसका नाम जांपा येशी बताया जा रहा है.
तिब्बतियों के धर्म गुरु दलाई लामा ने आत्मदाह के लिए चीन की 'क्रूर नीति' को जिम्मेदार ठहराया है जबकि चीन दलाई लामा को इस विरोध का जिम्मेदार मानता है. अभी तक चीन का विरोध करते हुए दक्षिण पश्चिमी चीन में तिब्बती आत्मदाह कर रहे थे. कुल 30 तिब्बतियों ने चीन के विरोध में यह कदम उठाया है जिनमें से 20 की मृत्यु हो गई.
भारत में यह दूसरी बार हुआ है कि किसी तिब्बती ने चीन का विरोध करते हुए खुद को जलाया हो. पिछले साल चीनी दूतावास के सामने एक युवा तिब्बती ने खुद को आग लगा थी. सोमवार को नई दिल्ली में करीब 800 तिब्बती लोगों ने चीनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के विरोध में भारतीय संसद के बाहर प्रदर्शन किए. जैसे ही भाषण शुरू हुआ येशी ने खुद को आग लगाई और आयोजन स्थल पर दौड़ा. करीब 50 मीटर दौड़ने के बाद वह बेहोश हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को रोकने की कोशिश की लेकिन बाद में पुलिस उसे जख्मी हालत में अस्पताल ले गई.
चीन के राष्ट्रपति हू जिन्ताओ 28-29 मार्च को ब्राजील, रूस, चीन भारत और दक्षिण अफ्रीका के समूह ब्रिक्स के सम्मेलन में शामिल होने पहुंच रहे हैं. इस सम्मेलन से पहले नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए सुरक्षा कड़ी की जा रही है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/एएफपी/आभा एम
संपादनः एन रंजन