चैंपियंस लीग में जर्मन फाइनल के सपने
२५ अप्रैल २०१३बहुत कुछ एक जैसा था. दोनों सेमी फाइनल जर्मन और स्पेनी टॉप टीमों के बीच था. दोनों मैचों में जर्मन टीमें घरेलू मैदान पर खेल रही थीं. इस साल जर्मन चैंपियनशिप बायर्न को गंवाने वाले डॉर्टमुंड ने चैंपियंस लीग के मैच में उसके जैसा ही खेलने का फैसला किया और लेवांडोव्स्की सुपर स्टार लियोनेल मेसी के पद चिह्नों पर चल पड़े. रियाल मैड्रिड के खिलाफ जबरदस्त जीत के साथ बोरुसिया डॉर्टमुंड ने भी फाइनल में पहुंचने के लिए स्थिति बायर्न जैसी मजबूत कर ली है.
डॉर्टमुंड की जीत का पूरा श्रेय लेवांडोव्स्की को जाता है, जिन्होंने 8वें मिनट में पहला गोल कर अपनी टीम को बढ़त तो दिलाई ही. यह भी साफ कर दिया कि रोनाल्डो की टीम को कसा जा सकता है. हालांकि पहले हाफ के खत्म होने से दो मिनट पहले रोनाल्डो ने एक गोल कर मैच को बराबर कर दिया और नतीजा बदलने की स्थिति बनाए रखी, लेकिन लेवांडोव्स्की ब्रेक के बाद कुछ और सोच कर आए थे. उन्होंने 50वें, 55वें और 67वें मिनट में आए मौकों को गोल में बदला और स्पेन की टॉप टीम के खिलाड़ियों का मनोबल चूर कर रख दिया.
लेवांडोव्स्की का अंतिम गोल पेनाल्टी किक था, जिसे उन्होंने स्पेनी गोलकी को छका कर खूबसूरती से गोल के अंदर डाला. चार गोल खाने के बाद स्पेनी खिलाड़ी पस्त थे, हालांकि वे पलटवार की कोशिश कर रहे थे लेकिन चुस्त रक्षापंक्ति के कारण कोई भी पास पूरा नहीं कर पा रहे थे. अपने चार गोलों की खुशी लेवांडोव्स्की के चेहरे पर झलक रही थी. मैच के बाद उन्होंने कहा, "ऐसा मैं अपने पेशेवर करियर में पहले कभी नहीं कर पाया हूं. और अब वह भी चैंपियंस लीग के सेमी फाइनल में. अद्भुत."
इस प्रदर्शन के साथ पोलैंड की राष्ट्रीय टीम में खेलने वाले लेवांडोव्स्की उन चंद खिलाड़ियों में शामिल हो गए जिन्होंने चैंपियंस लीग में इस तरह का प्रदर्शन किया है. सिर्फ एक खिलाड़ी ने बेहतर प्रदर्शन किया है और वह हैं, बार्सिलोना के मेसी जिन्होंने मार्च 2012 में लेवरकूजेन के खिलाफ अपने क्लब की 7-1 की जीत में पांच गोल किए थे. लेवांडोव्लस्की के गोलों ने स्टेडियम में सिर्फ डॉर्टमुंड के प्रशंसकों को ही दीवाना नहीं बनाया बल्कि टीम के ट्रेनर युर्गेन क्लॉप भी जोश में आ गए. उन्होंने कहा, "लेवी के 3-1 से ही हर पैसा वसूल हो गया जो स्काई और जेडडीएफ चैनलों ने मैच के प्रसारण के लिए चुकाया था."
डॉर्टमुंड ने दो हफ्ते पहले ही चैंपियंस लीग में एक और चमत्कार दिखाया था, जब क्वार्टर फाइनल के रिटर्न लेग में उसने मलागा को 3-2 से तो हराया ही, अंतिम दो गोल 90 मिनटों का खेल हो चुकने के बाद एक्स्ट्रा टाइम में किए. रियाल मैड्रिड को 4-1 से हराकर डॉर्टमुंड ने फाइनल के लिए सपने देखने का काम आसान कर लिया है. अगर अगले हफ्ते होने वाले रिटर्न लेग के मैचों में बायर्न और डॉर्टमुंड स्पेनी क्लबों बार्का और रियाल के खिलाफ कामयाब रहते हैं तो लंदन के वेंबली स्टेडियम में चैंपियंस लीग का फाइनल इन्हीं दोनों जर्मनी टीमों के बीच होगा.
रियाल पर 4-1 की जीत के बाद ट्रेनर युर्गेन क्लॉप ने कहा कि रिटर्न मैच पार्क में टहलने जैसा नहीं होगा. लेकिन साथ ही उन्होंने कहा, "यदि मैड्रिड में मामला बिगड़ जाता है तो भी आज का दिन हमसे कोई नहीं छीन सकता. यह क्लब के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है." वैसे जोश में बह न जाने की चेतावनी देने वाली आवाजें भी हैं. क्लब के जनरल मैनेजर हंस-योआखिम वात्स्के ने कहा, "अभी फैसला नहीं हुआ है. हमने फाइनल का दरवाजा भले ही खोल दिया हो, लेकिन अंदर जाना बाकी है."
डॉर्टमुंड की टीम इस साल की प्रतियोगिता में बची इकलौती ऐसी टीम है जो अब तक अपराजित है. उसने घरेलू मैदान पर छह में से छह मैच जीते हैं जबकि मैड्रिड के लिए यह जर्मनी में लगातार छठी हार है. मैड्रिड के कोच होसे मूरिन्यो ने डॉर्टमुंड की तारीफ करते हुए कहा, "मैं देख रहा था कि मैदान पर एक टीम थी जो दूसरे से बहुत बेहतर थी. निश्चित तौर पर बेहतर टीम की जीत हुई." इसके बावजूद मैड्रिड के कोच ने फाइनल में पहुंचने की हिम्मत नहीं हारी है, "फुटबॉल में कुछ भी संभव है. अगले हफ्ते कुछ भी हो सकता है."
एमजे/एनआर (डीपीए, एपी)