चोटिल स्टुअर्ट ब्रॉड वर्ल्ड कप से बाहर
८ मार्च २०११इससे पहले केविन पीटरसन को हार्निया की वजह से वापस लौटना पड़ा था. बहरहाल, उनकी जगह पर ओविन मॉर्गन आ रहे हैं, जो एक तेज तर्रार बल्लेबाज हैं. स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी इंग्लैंड की टीम को कहीं अधिक खलेगी. दक्षिण अफ्रीका के साथ मैच में इंग्लैंड की जीत में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है. इस मैच में उन्होंने शुरू के दो कीमती विकेटों के अलावा आखिरी दो विकेट भी झटके थे.
इसी मैच के दौरान उन्हें बगल की पेशियों में चोट लगी. स्टुअर्ट ने कहा है कि मैच के आखिरी ओवरों में गेंद फेंकते दौरान उन्हें दर्द का अहसास हुआ था, लेकिन वे उस समय जोश में थे. मैच खत्म होने के बाद स्थिति बिगड़ती गई. इसके बाद ही उन्हें वापस देश भेजने का फैसला लिया गया.
ऐशेज सीरिज के दौरान भी चोटिल हो जाने की वजह से ब्रॉड तीन मैचों में भाग नहीं ले पाए थे. उस बार भी ट्रेम्लेट उनके स्थान पर आए थे, और तीन मैचों में 23.35 की औसत से उन्होंने 17 विकेट लिए. इस बार ब्रॉड का ख्याल था कि चोट उतनी गंभीर नहीं है. उनका कहना था कि तेज गेंदबाजों को अक्सर ऐसी चोट लगती है, लेकिन फिर से दुरुस्त होने के लिए वक्त लगता है और इसमें जल्दबाजी नहीं की जा सकती.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एस गौड़