जब नेताओं में होती है हाथापाई
लोकसभा हो या राज्यसभा, कई बार ऐसा लगता है जैसे संसद कोई क्लासरूम है, सांसद बिगड़ैल बच्चे और बेचारा स्पीकर वो टीचर, जिसके काबू में कुछ भी नहीं. अगर आपको लगता कि यह हाल सिर्फ भारत का है, तो जरा इन तस्वीरों पर नजर डालिए.
प्रधानमंत्री का हाल
यह वाक्या 11 दिसंबर को यूक्रेन की संसद में हुआ. सांसद ओलेह बार्ना प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेन्युक का मजाक उड़ाने के लिए गुलाब का बड़ा सा गुलदस्ता ले कर उनके पास पहुंचे. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को गोद में उठा कर मंच से नीचे उतार दिया.
आंसू गैस
कोसोवो में जैसे आंसू गैस का इस्तेमाल सामान्य हो गया है. 30 नवंबर को संसद में बहस के दौरान विपक्ष ने आंसू गैस छोड़ दी. दो महीनों में ऐसा पांचवीं बार हुआ. कहना गलत नहीं होगा कि वहां सांसद अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का काफी अनोखे तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं.
ये मारा...
जापान के लोगों का जिक्र होता है, तो अत्यंत विनम्र स्वभाव वाले लोगों की छवि उभरती है. लेकिन यह तस्वीर कुछ और ही दिखाती है. इसे सितंबर 2015 में खींचा गया. वजह भी मजेदार है. ये सांसद सेना को विदेश में लड़ने के लिए भेजने से रोकना चाहते थे और इसी बात पर भड़क गए.
अंडे भी पड़ते हैं
यूक्रेन के सांसदों के लिए यह कोई नया नजारा नहीं. अप्रैल 2010 में नौसेना के अड्डे को ब्लैक सी तक बढ़ाने पर चर्चा चल रही थी. इस दौरान ऐसी हाथा पाई शुरू हुई कि स्पीकर वोलोदिमीर लित्वीन को खुद को अंडों से बचाने के लिए छाते के पीछे छिपना पड़ा.
इतना गुस्सा
कुछ सांसदों का गुस्सा संसद की बैठकों में खास तौर पर निकलता है. यह तस्वीर भी यूक्रेन की ही है. मई 2012 में जब देश के कुछ हिस्सों में रूसी को आधिकारिक भाषा बनाने का विधेयक संसद में लाया गया, तो कुछ सांसदों को गुस्सा इस प्रकार दिखा.
मुक्केबाजी
ताइवान यूं तो विश्व समुदाय से कुछ कटा हुआ है पर सुर्खियों में जरूर रहता है. पिछले एक दशक में ताइवान की संसद में कम से कम पांच बार इस तरह के दृश्य देखने को मिले हैं. यह तस्वीर मई 2007 की है जब निर्वाचन संबंधी एक विधेयक पर बहस हुई.
अंदर जाने की कोशिश
दिसंबर 2008 की यह तस्वीर दक्षिण कोरिया की है. यहां विपक्ष के कुछ सांसद मुक्त व्यापार संधि पर संसदीय समिति की एक बैठक में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं. बैठक कर रहे सांसदों ने विपक्षी सांसदों के डर के मारे खुद को कमरे में ही बंद कर लिया.
ऐसा बवाल
फरवरी 2015 में दक्षिण अफ्रीका की संसद की तस्वीर. राष्ट्रपति जेकब जुमा अपना सालाना भाषण दे रहे थे, जब युवा नेता यूलियस मलेमा के समर्थकों ने उन्हें रोकने की कोशिश में उपद्रव किया. इस दौरान काफी मार पीट हुई और कई सांसद जख्मी भी हुए.
आने ही नहीं दूंगा
दिसंबर 2006 में फेलिप कैलडेरोन को मेक्सिको के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करनी थी. डेमोक्रेटिक रेवोल्यूशन पार्टी के सदस्यों ने उनका विरोध करने के लिए उनके आने से पहले कुर्सियां रख कर संसद का दरवाजा ही जाम कर दिया.
बीफ पर बवाल
और यह है भारत. अक्टूबर 2015 में इंजीनियर रशीद की बीफ पार्टी ने देश में खूब सुर्खियां बटोरी. इस पर नाराज बीजेपी के कुछ विधायकों ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में अपना गुस्सा कुछ इस तरह से दिखाया.