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जरदारी को हार्ट अटैक

७ दिसम्बर २०११

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को दिल का दौरा पड़ा है. इसके बाद उन्हें दुबई के अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उन्हें गहन निगरानी में रखा गया है. अभी वह अस्पताल में ही रहेंगे. हालांकि वह इस्तीफा नहीं देंगे.

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तस्वीर: AP

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति जरदारी को अभी अस्पताल में ही रहना होगा. बयान में कहा गया, "राष्ट्रपति के दिल में पहले से जो समस्या है, उसके इलाज के लिए वह दुबई गए हैं. वह फिलहाल अस्पताल में रहेंगे, जहां उन पर नजर रखी जाएगी. इसके बाद वह डॉक्टरों की सलाह के आधार पर देश लौट आएंगे और अपना नियमित काम करेंगे."

अलोकप्रिय जरदारी

56 साल के जरदारी अपने देश में बुरी तरह अलोकप्रिय हो चुके हैं. उनकी बीमारी की खबर के बाद पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी रिपोर्टें भी आने लगीं कि वह अपने पद से इस्तीफा देने वाले हैं. हालांकि सरकार ने इस बात से इनकार कर दिया है.
मानवाधिकार मामलों के मंत्री मुस्तफा खोखर ने बताया, "उन्हें मंगलवार को दिल का हल्का दौरा पड़ा. उन्हें दुबई ले जाया गया, जहां उनकी एन्जियोप्लास्टी हुई. अब उनकी सेहत अच्छी है. वह कल लौट आएंगे. उनके इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता है."

पाकिस्तान की राष्ट्रीय मीडिया का कहना है कि जरदारी के साथ उनके निजी डॉक्टर और स्टाफ भी दुबई गए हैं, जहां उनका इलाज होगा. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने 2008 का चुनाव जीता, जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी देश के राष्ट्रपति बन गए. हालांकि उस मौके पर भी और बाद में भी कई बार इस कदम का विरोध हुआ. चुनाव से ठीक पहले दिसंबर, 2007 में जरदारी की पत्नी और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई थी.

Zaradari spricht vor UN-Vollversammlung
तस्वीर: AP

बचते बचाते जरदारी

जरदारी कई बार बदलाव के शिकार होते होते बचे. हाल ही में उनसे जुड़ा नया विवाद सामने आया, जब अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का एक मेमो सामने आया. इस मेमो में कहा गया था कि अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद पाकिस्तानी फौज तख्ता पलट की कोशिश कर सकती है और ऐसी हालत में पाकिस्तान सरकार को अमेरिका के सहयोग की जरूरत पड़ सकती है. यह विवाद मेमोगेट के नाम से मशहूर हुआ.

इस विवाद के सामने आने के बाद हक्कानी को इस्तीफा देना पड़ गया और उनकी जगह पाकिस्तान की पूर्व सूचना मंत्री शेरी रहमान को अमेरिका में पाकिस्तान का नया राजदूत बनाया गया है.

अमेरिका से रिश्ते

राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने बताया कि जरदारी इलाज के लिए अस्पताल में जरूर हैं लेकिन मीडिया की उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि वह इस्तीफा देने का मन बना रहे हैं. इससे पहले अमेरिकी पत्रिका फॉरेन पॉलिसी ने रिपोर्ट दी थी कि सेहत को ध्यान में रखते हुए और मेमोगेट विवाद के बाद जरदारी इस्तीफा दे सकते हैं. एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल में जब जरदारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर बात की तो वह उलझे उलझे लग रहे थे. नाटो सेना के हमले में पाकिस्तान के 24 सैनिक मारे गए, जिसके बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते खराब हो गए हैं.

रिपोर्टः रॉयटर्स, एएफपी/ए जमाल

संपादनः महेश झा