जर्मनी के टूरिस्ट जहाज में धमाका
९ अक्टूबर २०१०इस जहाज में चालक दल के सदस्यों समेत कुल 200 लोग सवार थे. चूंकि बचाव दल तेजी से पहुंच सका इसलिए सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया.
जर्मन अधिकारियों ने बताया कि हादसा शुक्रवार आधी रात के बाद हुआ. यह जहाज उत्तरी शहर कील से लिथुआनिया के शहर क्लाइपेडा जा रहा था. लिस्को ग्लोरिया नाम के इस जहाज में लिथुआनियाई नागरिक सवार थे. जर्मनी के सेंट्रल कमांड फॉर मैरिटाइम इमर्जेंसीज के अधिकारियों ने बाताया कि आधी रात के वक्त इस जहाज में एक धमाका हुआ.
एक अधिकारी ने बताया, "अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि यह धमाका आतंकी हमले की वजह से हुआ. लेकिन पुलिस इस बारे में आगे जांच करेगी. लेकिन अभी तो ऐसा लगता है कि यह एक हादसा था."
एक अन्य जहाज एमएस डॉइचलैंड और एक पुलिस वाहन हादसे वक्त आसपास ही थे. इसलिए जल्द ही जलते जहाज के लिए मदद पहुंच गई.
हादसे में कई लोगों को चोटें आई हैं. तीन लोगों को फौरन हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया. बाकी यात्रियों को एक अन्य जहाज के जरिए कील ले जाया गया है. अब पुलिस इन यात्रियों से पूछताछ करके हादसे की वजहों का पता लगाने के लिए जांच करेगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम