जर्मन पॉप स्टार को दो साल की निलंबित सज़ा
२६ अगस्त २०१०28 साल की बेनाइसा नो एंजेल्स नाम के महिला पॉप बैंड की सदस्य हैं. मुकदमे के दौरान उन्होंने माना कि वे किसी को भी एड्स से संक्रमित नहीं करना चाहती थीं. बेनाइसा ने इसके लिए माफी मांगी. उन आरोप था कि ये जानते हुए कि वे एड्स से संक्रमित हैं उन्होंने शारीरिक संबंध बनाने से पहले अपने पार्टनर को ये बात नहीं बताई.
गवाहों के बयानों के आधार पर पाया गया कि 34 साल के उनके साथी को उन्हीं के कारण एड्स हुआ. ये आरोप साल 2000 में हुई घटना के आधार पर लगाए गए थे. उस समय नो एंजेल्स बैंड लोकप्रियता पा रहा था.
सरकारी वकीलों ने मांग की थी कि अगर शारीरिक नुकसान पहुंचाने के आरोप साबित हो जाते हैं तो नादिया बेनाइसा को दो साल कैद की निलंबित सजा दी जाए. नादिया ने कोर्ट में माफी मांगते हुए कहा, "मैं तहे दिल से माफी चाहती हूं. अगर मैं समय को पीछे ले जा सकती तो जरूर ले जाती लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकती." बेनाइसा पर लगाए गए आरोपों के बाद उसे 10 साल कैद की सजा हो सकती थी लेकिन सरकारी वकील और बेनाइसा के वकील दोनों ने ही दलील दी कि उन्होंने अपराध मान लिया है इसलिए उन्हें निलंबित सजा दी जाए.
डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि एक व्यक्ति को निश्चित ही बेनाइसा ने संक्रमित किया है क्योंकि नादिया और उस व्यक्ति दोनों में ही एड्स वायरस का वो जीन मिला है जो जर्मनी में नहीं पाया जाता.
16 साल की उम्र में नादिया को पता चला कि उसे एड्स है, उस समय वो गर्भवती थी. 12 साल की उम्र में अल्कोहल, हल्के ड्रग्स की लत पड़ी. 14 साल की उम्र में नादिया ड्रग्स की बुरी तरह से आदी हो चुकी थीं. फ्रैंकफर्ट के स्टेशन पर उन्होंने काफी साल निकाले. ये पता चलने पर कि वे एड्स से संक्रमित हैं और तीन महीने से गर्भवती हैं. उन्होंने अपने जीवन को बदलने का फैसला किया. 16 साल की उम्र में एक टेलेंट शो में हिस्सा लिया और नो एंजेल्स ग्रुप के लिए चुनी गईं.
बेनाइसा का कहना था कि उन्हें डॉक्टरों ने कहा था कि किसी और व्यक्ति को संक्रमण होने का खतरा नहीं के बराबर है. 2009 में जब उन्हें एक शो से पहले फ्रैंकफर्ट में गिरफ्तार किया गया तो मीडिया में ये खबर तेज़ी से फैली.
रिपोर्ट: एजेंसियां/आभा एम
संपादन: महेश झा