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जादुई धूमधाम के साथ कॉमनवेल्थ खेल शुरू

३ अक्टूबर २०१०

दिल्ली में चकाचौंध और भव्य उद्धाटन समारोह के साथ कॉमवेल्थ खेलों की शुरूआत हुई. भारत में पहली बार हो रहे हैं कॉमनवेल्थ खेल. सैकड़ों कलाकारों से अद्वितीय प्रदर्शन से हजारों लोगों का मन मोहा.

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तस्वीर: AP

स्वागतम के संदेश, चमकीली आतिशबाजी और नगाड़ों के शोर से साथ जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में अब तक सबसे बड़े कॉमनवेल्थ खेलों का उद्धाटन समारोह शुरू हुआ. राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स और राजकुमारी कैमिला साथ साथ मंच पर आए. भारत का राष्ट्रगान बजा और तबलों और नगाड़ों के साथ उद्धाटन समारोह शुरू हुआ.

रंग बिरंगी पोशाकों में सजे 9,000 कलाकार कई तरह से अपना हुनर दिखा रहे हैं. कई राज्यों से आए स्कूली बच्चों ने तिरंगे को लहराते हुए भारत की एकता और संस्कृति का नजारा पेश किया.

हवा में लहराती कई विशाल और भव्य कटपुतलियों के बीच सबसे पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दल आया. चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया ने कॉमनवेल्थ खेलों की मेजबानी की थी. लिहाजा उसके खिलाड़ी दिल्ली के कालीन पर सबसे पहले आए. इसके बाद एक एक कर अन्य देशों के खिलाडी़ स्टेडियम में उतरे. भारतीय खिलाड़ियों का अगुवाई ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने की.

रंगारंग समारोह के बाद ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स ने खेलों की शुरुआत का औपचारिक एलान. भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने भी, 'चलो खेल शुरू करें' का नारा दिया.

दिल्ली से आ रही विदेशी मीडिया की रिपोर्टों में भी कॉमनवेल्थ खेलों के उद्धाटन समारोह को भव्य बताया जा रहा है. दिल्ली में सुरक्षा बेहद कड़ी गई है. मीडिया रिपोर्टों में भी इसकी तारीफ की जा रही है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एमजी