जापानः तीसरा धमाका, विकिरण लेवल बढ़ा
१५ मार्च २०११संयंत्र चलाने वाले अधिकारियों ने बताया कि सुबह छह बजे (भारतीय समय के मुताबिक रात ढाई बजे) के आसपास फुकुशिमा नंबर एक न्यूकलियर पावर प्लांट के नंबर दो रिएक्टर में धमाका हुआ. टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक धमाके के बाद सुबह 8.31 पर विकिरण का स्तर मापा गया तो यह 8,217 माइक्रोसिएवेर्ट्स था. हालांकि जापानी अधिकारियों का कहना है कि 10 लाख से ज्यादा का स्तर ही इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
जापानी अधिकारी तीन परमाणु रिएक्टरों को पिघलने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि रिएक्टर को ढक कर रखने वाले कंटेनर का एक हिस्सा टूट गया है. हालांकि यह साफ नहीं है कि ऐसा धमाके की वजह से हुआ या किसी और वजह से. कैबिनेट सचिव युकियो एडानो ने बताया कि नंबर दो रिएक्टर के सप्रेशन पूल का हिस्सा टूटा मिला है. इस पूल में पानी भरा जाता है जिसके जरिए रिएक्टर को ठंडा रखा जाता है. एडानो कहा कि इस नुकसान से विकिरण के स्तर में अचानक किसी तरह की बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है.
शुक्रवार को भूकंप और उसके बाद आई सूनामी की तबाही से निपटने के साथ साथ जापान को परमाणु संकट से भी जूझना पड़ रहा है. शनिवार के बाद से परमाणु रिएक्टर में तीन धमाके हो चुके हैं. धमाकों में परमाणु बिजली घर की बिल्डिंग ध्वस्त हो चुकी है लेकिन रिएक्टर के इर्द गिर्द बनाई गई सील को फिलहाल कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार