जीपी कोइराला को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी
२२ मार्च २०१०हिंदू रीति रिवाजों के मुताबिक़ बेटा या परिवार के पुरूष सदस्य ही मुखाग्नि देते हैं लेकिन नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री को उनकी बेटी सुजाता कोइराला ने मुखाग्नि दी. पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी सुजाता कोइराला ने जब उन्हें मुखाग्नि दी तो पृष्ठभूमि में नेपाल की राष्ट्रीय धुन बजाई जा रही थी. अपने नेता को श्रृद्धांजलि देने के लिए लाखों लोग सुबह से ही दशरथ स्टेडियम के बाहर लाइन बनाकर इंतज़ार कर रहे थे. जीपी कोइराला का शव लोगों के दर्शनार्थ वहां रखा गया था.
नेपाल में सड़कों पर ज़बरदस्त भीड़ थी और लोग अपने नेता की एक झलक पा लेना चाहते थे. अंतिम यात्रा में जीपी कोइराला के शव को दशरथ स्टेडियम से पशुपतिनाथ मंदिर ले जाया गया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल, संविधान संभा के चेयमैन सुभाष चन्द्रा, माओवादी नेता प्रचंड और अन्य नेता मौजूद थे.
भारत की ओर से प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एसएम कृष्णा, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार शामिल थे और उन्होंने अपनी श्रृद्धांजलि गिरिजा प्रसाद कोइराला को दी. एसएम कृष्णा ने कोइराला के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि नेपाल और दक्षिण एशिया के लोगों ने एक महान नेता को खो दिया है. एक ऐसा नेता जो दो देशों के बीच शांति और दोस्ती बढ़ाने के लिए समर्पित था.
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कोइराला को भारत का अभिन्न मित्र और बेहतरीन राजनेता बताया. शनिवार को गिरिजा प्रसाद कोइराला का 86 साल की आयु में निधन हो गया था. रविवार को राजकीय सम्मान के साथ लोगों ने जीपी कोइराला को आख़िरी विदाई दी. नेपाल में शोक घोषित कर दिया गया है और रेडियो और टीवी चैनलों पर जीपी कोइराला के जीवन पर आधारित कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल