जीवन के सबसे लंबे 40 मिनटः ओबामा
९ मई २०११एक तरफ जब पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सेना के जवान ऑपरेशन जेरोनिमो को अंजाम दे रहे थे, तो दूसरी तरफ व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में राष्ट्रपति ओबामा सहित अमेरिका के तमाम शीर्ष पदस्थ लोगों को पल पल का ब्योरा मिल रहा था. इस दौरान कई बार उन्होंने अपनी सांसें रोक लीं.
ओबामा ने इसके बाद एक टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "मेरी जिन्दगी के यह सबसे तनाव भरे और लंबे 40 मिनट रहे. हो सकता है कि जब साशा को तीन महीने की उम्र में मेनेन्जाइटिस हुआ था, तब भी मेरे लिए इतना मुश्किल रहा हो." साशा राष्ट्रपति ओबामा की बेटी है.
उन्होंने बताया कि सिचुएशन रूम में बेहद तनाव भरा हुआ था और जिस वक्त ऑपरेशन चल रहा था, सभी नर्वस थे. पिछले रविवार को अमेरिका की विशेष नेवी सील टुकड़ी ने पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में घुस कर अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया. अधिकारियों का कहना है कि यह ऑपरेशन करीब 40 मिनट तक चला और बिन लादेन लगभग आखिर में मारा गया.
बेचैन पल
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "हम पल पल पर नजर रखे हुए थे. हमें पता चल रहा था कि परिसर में क्या हो रहा है. लेकिन हमें पूरी तरह इस बात की जानकारी नहीं मिल रही थी कि इमारत के अंदर क्या हो रहा है."
उन्होंने माना कि उन्होंने एक बेहद जोखिम भरे ऑपरेशन को हरी झंडी दी क्योंकि उन्हें या उनके किसी भी सहयोगी को 100 प्रतिशत यकीन नहीं था कि वहां ओसामा बिन लादेन ही छिपा है. ओबामा ने कहा, "मैंने तय किया कि यह ठीक होगा. इसकी वजह यह थी कि 2001 के बाद से अल कायदा से लड़ाई में हमने अपना बहुत सा खून बहाया है. उससे पहले भी केन्या के दूतावास में हमने बहुत नुकसान उठाया था."
ओबामा ने कहा, "मैंने सोचा कि अगर हमें पूरी कामयाबी नहीं भी मिलती है और हम अल कायदा को बुरी तरह झकझोर देने का काम भी करते हैं, तो भी इसके लिए राजनीति और सेना को दांव पर लगाया जा सकता है."
आखिर में पता लगा
ओबामा ने बताया कि उन्हें आखिर में ही इस बात का पता लग पाया कि ओसामा बिन लादेन मारा गया. उन्होंने कहा,"एक वक्त आया, जब ऑपरेशन पूरा हुआ और सब लोग हेलिकॉप्टर में बैठ कर लौटने लगे. तब मुझे संदेश मिला कि जेरोनिमो मारा गया."
अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है, "जेरोनिमो बिन लादेन का कोड नाम था. हमारे सैनिक अंधेरे में काम कर रहे थे. इसलिए सब संभल कर सूचनाएं दे रहे थे. लेकिन इसके बाद वे सावधान रहते हुए उत्साहित भी हुए."
ओबामा ने कहा कि उन्हें काफी राहत मिली और वे चाहते थे कि अमेरिकी सैनिक जल्द से जल्द पाकिस्तानी सीमा पार कर अपने अड्डे पर पहुंच जाएं. उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी टीम पर नाज है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः आभा एम