ट्विटर पर फर्जी फॉलोअर की खरीद फरोख्त
२३ अगस्त २०१२अमेरिका में आईटी सिक्योरिटी से जुड़ी एक फर्म बाराकुडा नेटवर्क ने अपने सर्वे में ये पाया है कि 18 डॉलर खर्च करके कोई भी अपने लिए फॉलोअर खरीद सकता हैं. इस धंधे से जुड़े लोग राजनेताओं और हॉलीवुड सेलिब्रिटी को खासतौर से फर्जी फॉलोअर उपलब्ध कराते हैं ताकि उन्हें लोकप्रिय साबित किया जा सके. फॉलोअर की बढ़ती संख्या से शख्स या किसी चीज के विख्यात होने का भी पता चलता है.
सर्वे के मुताबिक फर्जी लोकप्रियता पाने के लिए लोग दोबारा ट्वीट करवाते हैं. संदेश को एक बार फिर से भेजा या स्वीकार किया जाता है. 5 डॉलर के खर्चे पर 2000 रिट्वीट मिलते हैं. सर्वे के लिए आईटी फर्म ने तीन ट्विटर प्रोफाइल खोले और 20 हजार से 70 हजार के बीच फॉलोअर खरीदे. इसके बाद जांच में पता चला कि इनमें से 60 प्रतिशत फॉलोअर ने तीन महीने पहले ही ट्टिवर पर खाता खोला था. इसके अलावा ये लोग दूसरे लोगों को भी ट्विटर पर फॉलो करते हैं.
हालांकि ट्विटर फर्जी फॉलोअर की समस्या को दूर करने का प्रयास कर रहा है लेकिन बड़े पैमाने पर होने ही वजह से इसे रोकने के लिए कुछ खास नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा जो लोग फर्जी फॉलोअर तैयार करने का धंधा करते हैं वो काफी सावधानी भी बरतते हैं. ये लोग इस बात का खास ध्यान रखते हैं कि ट्विटर प्रशासन का ध्यान उनकी गतिविधियों की ओर न जाए.
ट्विटर पर फर्जी फॉलोअर खरीदने का मामला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी काफी गरमाया है. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिट रोमनी ने ट्विटर पर अपना खाता खोला और दो दिन के भीतर ही उनके 1 लाख 40 हजार फॉलोअर हो गए. लोगों का कहना था कि ये फॉलोअर खरीदे गए थे.मिट रोमनी के 1 लाख 53 हजार फॉलोअर का अध्ययन करने के बाद बराकुडा नेटवर्क इस नतीजे पर पहुंची है कि मिट रोमनी के ज्यादातर फॉलोअर तीन सप्ताह से भी नए थे. इनमें से 10 प्रतिशत का खाता ट्विटर ने खत्म भी कर दिया था.
वीडी/एनआर (डीपीए)