डरबन टेस्ट का पहला दिन, भारत 183/6
२६ दिसम्बर २०१०क्रीज पर फिलहाल महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह हैं और भारत की ढहती पारी को कुछ सहारा देने की जुगत में लगे हैं. धोनी 19 रन और हरभजन ने 7 रन बनाए हैं. आउट होने वाले सभी बल्लेबाज दहाई के अंकों तक पहुंचे जरूर लेकिन पिच पर ज्यादा देर रूकने में कामयाब नहीं हो पाए.
सहवाग और द्रविड़ 25 रन पर, विजय 19 रन पर आउट हुए जबकि लक्ष्मण ने आउट होने से पहले टीम के खाते में अपनी ओर से 38 रन जोड़े. सचिन तेंदुलकर को 13 रन पर त्सोसोबे ने कालिस के हाथों कैच आउट कराया.
रविवार को डरबन में बारिश और बादलों की वजह से खेल देर से शुरू हुआ. भारतीय टीम के हिसाब से 10 ओवर तक सब ठीक चला. वीरेंद्र सहवाग और मुरली विजय की जोड़ी सहज होती दिखने लगी और स्कोर बोर्ड पर रनों की रफ्तार भी ठीक रही.
11वां ओवर फेंकने तेज गेंदबाज डेल स्टेन आए. मुरली विजय ने उनका स्वागत चौके से किया और फिर एक रन लेकर सहवाग को स्ट्राइक दी. स्टेन ने सहवाग को शॉट मारने का लालच दिया. गेंद गुडलेंथ से थोड़ा आगे थी. वीरू का बल्ला भी शॉट मारने के लिए उपयुक्त जगह पर आ चुका था लेकिन टप्पा खाते ही बॉल हैरतंगेज ढंग से स्विंग हुई और बाहर की तरफ निकलते हुए सहवाग का बल्ला चूम गई.
स्लिप पर खड़े जाक कैलिस ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की. कैच सीधा उनकी छाती पर आया और उन्होंने दोनों हाथों से नमस्कार की मुद्रा में टीम को पहली खुशी दिलाई. सहवाग ने 25 रन बनाए.
43 रन पर पहला विकेट खोने के बाद राहुल द्रविड़ अपने निर्धारित बल्लेबाजी क्रम के अनुसार क्रीज पर उतरे. अभी उन्होंने मुरली विजय के साथ मात्र पांच रन ही जोड़े थे कि स्टेन ने टीम इंडिया को फिर एक झटका दिया.
स्टेन ने विजय को पहले चारा फेंका, जिस पर उन्होंने चौका जड़ा. इसके बाद स्टेन ने फिर कुछ वैसी ही गेंद फेंकी और विजय चौके के चक्कर में पड़ गए. लेकिन इस बार गेंद ज्यादा उछली और बाहर की तरफ निकली. 19 रन बना चुके विजय का कैच मार्क बाउचर के दस्तानों में समा गया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़