डेविस पर हत्या का आरोप लगा
१५ फ़रवरी २०११अमेरिका ने कूटनीतिक रास्तों से सफलता न मिलने के बाद अदालती रास्ता अपनाने की बात कही है. उसका कहना है कि वह जजों को बताएगा कि डेविस को कूटनीतिक संरक्षण हासिल है.
डेविस की दलील है कि उन्होंने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं लेकिन पाकिस्तान के सरकारी वकीलों ने उनकी बात को दरकिनार करते हुए उन पर सीधा सीधा हत्या का आरोप लगाया. उनका कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट, डेविस के बयान और अब तक के जांच के आधार पर उनके खिलाफ हत्या का मामला लगाया गया है.
सरकारी वकीलों ने बताया कि चश्मीदीदों ने भी बयान दिए हैं कि डेविस ने दो लोगों को सरेआम गोली मार दी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मामले की अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी. इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने कहा, "गुरुवार को हम अदालत में एक याचिका दायर करेंगे कि डेविस के पास कूटनीतिक संरक्षण है और उन्हें रिहा कर दिया जाना चाहिए."
इससे पहले लाहौर के पुलिस प्रमुख असलम तरीन कह चुके हैं कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि डेविस ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं. उन्होंने इसे ठंडे दिमाग से किया गया खून बताया है.
डेविस का कहना है कि दोनों पाकिस्तानी युवक उन्हें लूटना चाहते थे, जिसके बाद उन्हें आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ीं. लाहौर के व्यस्त इलाके में हुई हत्या के बाद 27 जनवरी को रेमंड डेविस को गिरफ्तार किया गया.
इस बीच ऐसी रिपोर्टें भी आईं कि दोनों युवक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के सदस्य थे और उन्हें डेविस पर नजर रखने के लिए कहा गया था. इस घटना के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते बेहद खराब हो गए हैं. पाकिस्तान ने अमेरिकी अपील को ठुकरा दिया है कि डेविस को रिहा किया जाए. पाकिस्तान का कहना है कि देश का कानून इस मामले में न्याय देगा.
डेविस को लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया है, जहां उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः ईशा भाटिया