डोपिंग के घेरे में ऑस्ट्रेलिया
७ फ़रवरी २०१३ऑस्ट्रेलियाई क्राइम कमीशन की जांच में पाया गया कि कई खेलों में प्रतिबंधित दवाइयों का इस्तेमाल हो रहा है, हालांकि छानबीन पूरी होने तक खेलों और खिलाड़ियों से जुड़ी जानकारी गुप्त रखी गई है. रिपोर्ट के अनुसार पेशेवर और नए खिलाड़ियों में भी खेल को बेहतर करने के लिए ड्रग का इस्तेमाल आम है. इन मामलों में पेप्टाइड्स और हार्मोन्स के अलावा दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन भी किया गया है. राष्ट्रीय एंटी डोपिंग एजेंसी के पूर्व अधिकारी ने कहा कि यह ऑस्ट्रेलियाई खेल इतिहास के लिए एक काला दिन है. देश की एक प्रमुख जांच संस्था डोपिंग मामलों पर एक साल से छानबीन कर रही थी जिसके आधार पर यह रिपोर्ट सामने आई है.
कोच और डॉक्टर भी शामिल
प्रेस वार्ता में गृह मंत्री जेसन क्लेयर ने बताया कि डोपिंग में खिलाड़ियों का साथ देने वालों में खेल वैज्ञानिकों के अलावा, कोच, सहयोगी दल, डॉक्टर और दवाइयां बेचने वाले भी शामिल हैं. कुछ मामलों में इन लोगों को पूरी की पूरी टीम के लिए प्रतिबंधित पदार्थ मुहैया कराने का जिम्मेदार पाया गया है. साथ ही कुछ मामलों में खिलाड़ियों ने उन दवाओं का इस्तेमाल किया है जो मानव इस्तेमाल के लिए स्वीकृत ही नहीं हैं. रिपोर्ट के अनुसार यह एक सोचा समझा और पूरी साठ गांठ के साथ किया गया अपराध है. क्लेयर ने आगे कहा कि इस बात की भी संभावना है कि डोपिंग में लिप्त खिलाड़ियों का हाथ सट्टेबाजी के मामलों में भी हो.
'रग्बी' शक के घेरे में
रग्बी लीग के प्रमुख जेव स्मिथ के अनुसार इस छानबीन में रग्बी की राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को भी घेरे में लिया गया है.
स्मिथ ने कहा कि नेशनल रग्बी लीग के कई खिलाड़ी और क्लब शक के घेरे में हैं. हालांकि रिपोर्ट में किसी विशेष खेल का नाम नहीं लिया गया है लेकिन इस रिपोर्ट की रिलीज के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट चीफ जेम्स सदरलैंड मौजूद थे. उन्होंने कहा, "हम भ्रष्टाचार के खतरे से जुड़ी इस खबर को सुन कर हैरान हैं. इस मामले की छानबीन के लिए देश के प्रमुख खेलों के संघ सरकार के साथ हैं."
जेम्स सदरलैंड और ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल फेडेरेशन के प्रमुख डेविड गैलप के अनुसार इस रिपोर्ट में इन दो खेलों की तरफ इशारा नहीं किया गया है.
दुख भरी प्रतिक्रियाएं
गृह मंत्री जेसन क्लेयर के अनुसार, "रिपोर्ट में सामने आए परिणाम चौंकाने वाले हैं और इनसे ऑस्ट्रेलिया के खेल प्रेमियों को धक्का लगा है." उन्होंने आगे बताया, "हम अलग अलग खेलों में डोपिंग की बात कर रहे हैं. इसमें कई टीमें शामिल हैं."
विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी वाडा के प्रमुख जॉन फैई ऑस्ट्रेलिया के पूर्व वित्त मंत्री भी हैं. उन्होंने कहा कि वे इस खबर से दुखी हैं लेकिन हैरान नहीं. ऑस्ट्रेलियाई टीवी एबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, "इससे एक बात तो साफ है कि डोपिंग के मामले खेल में खूब फल फूल रहे हैं. यानि हमें इससे बचने की अपनी कोशिशों पर फिर से गौर करना है और इसे मजबूत बनाना है." ओलम्पिक में ऑस्ट्रेलिया के लिए लंबी कूद में रजत पदत जीतने वाले मिचेल वॉट ने ट्वीट किया, "खेल में धोखेबाजी करने वाले लोग हमेशा मिलते रहेंगे. मैने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि मेरा मुकाबला उन लोगों से होता रहेगा जो मैदान में ड्रग लेकर उतरते हैं."
पारदर्शिता की स्थापना
पिछले साल इस तरह का मामला सामने आने के बाद और छानबीन शुरू की गई. सरकार ने कहा है कि मामले की तह तक जाने के लिए वह सारा जोर लगा देगी. स्पोर्ट्स मंत्री केट लांदी ने कहा, "अगर खिलाड़ियों को लगता है कि वे डोपिंग, धोखाधड़ी या मैचों की सट्टेबाजी करेंगे और हम उन्हें पकड़ नहीं पाएंगे तो वे गलत हैं."
उन्होंने कहा विश्व डोपिंग एजेंसी के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हमें जो प्रमाण मिले हैं उन्हें हम ऑस्ट्रेलिया की एंटी डोपिंग एजेंसी असाडा को आगे की जांच के लिए सौंपेंगे. लूंडी के बताया कि आगे इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि डोपिंग और मैच फिक्सिंग जैसे मामलों से निबटने के लिए एक ईमानदार यूनिट की स्थाप्ना की जाए जो पुलिस और असाडा को इस तरह की जांच में सहयोग दे सके.
रिपोर्ट: समरा फातिमा (रॉयटर्स,एएफपी)
संपादनः आभा मोंढे