ड्रोन हमले में आठ जर्मन चरमपंथियों की मौत
५ अक्टूबर २०१०खुफिया अधिकारी के अनुसार बिना पायलट का यह विमान शायद सीआईए का था, जिसके मिसाइल हमले में उत्तर वजीरीस्तान के मिराली में एक मस्जिद को निशाना बनाया गया. दो मिसाइलों के हमले में आठ चरमपंथी मारे गए, जो जर्मनी के नागरिक थे और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए वहां गए हुए थे.
अल कायदा की योजनाओं में यूरोप के देशों के नागरिकों को शामिल करने की कोशिशें पिछले समय में बढ़ गई हैं. खासकर यूरोप के शहरों में समन्वित हमलों के लिए उन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है. इस सिलसिले में अमेरिका ने यूरोप की यात्रा कर रहे अपने देश के नागरिकों को सचेत रहने को कहा है. जर्मनी व फ्रांस की यात्रा करने वाले अपने देश के नागरिकों के लिए ब्रिटेन ने खतरे के स्तर को सामान्य से ऊंचे स्तर पर बढ़ा दिया है.
पश्चिम के सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार उत्तरी पाकिस्तान में एक गिरोह इन योजनाओं से जुड़ा हुआ है. यह कहना मुश्किल है कि अमेरिकी ड्रोन हमले यूरोप में अल कायदा की योजनाओं से निपटने के हिस्से हैं या नहीं, लेकिन पिछले समय में पाकिस्तान की सीमा पर अमेरिकी मिसाइल हमले काफी बढ़ गए हैं.
अफगानिस्तान से नाटो के हेलिकॉप्टर भी पाकिस्तान के अंदर चरमपंथियों के अड्डों पर हमले कर रहे हैं. पाकिस्तान ने अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता के हनन के रूप में इनकी निंदा की है. पश्चिमी कुर्रम क्षेत्र में एक हेलिकॉप्टर हमले में तीन पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के बाद पाकिस्तान ने नाटो की टुकड़ियों के लिए आपूर्ति का एक मार्ग बंद कर दिया था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एस गौड़