ढाका में पत्रकार दंपति की हत्या
११ फ़रवरी २०१२पुलिस ने इमारत के सिक्योरिटी गार्ड को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधिकारी जाकिर हुसैन मोल्लाह ने कहा, "हत्याकांड का मकसद अब भी साफ नहीं हो सका है. हम जांच कर रहे हैं."
पुलिस के मुताबिक 37 साल के सागर की बर्बर तरीके से हत्या की गई. इमारत की चौथी मंजिल पर रह रहे सागर के हाथ पांव बंधे मिले. उन पर कई बार धारदार हथियारों से हमला किया गया.
हत्याकांड का पता तब चला जब सागर का पांच साल का बेटा सुबह मां-बाप के कमरे में पहुंचा. सागर की पत्नी मेहरुन रुनी के भाई नौशेर रोमान ने कहा, "मेरा पांच साल का भांजा जब सुबह सात बजे बेडरूम में गया, उसके बाद उसने मेरी मां को फोन किया और जानकारी दी."
वे ढाका के राजाबाजार इलाके में किराये के मकान में रह रहे थे. सागर मासरंगा टेलीविजन के न्यूज एडिटर थे. सागर की पत्नी एटीएन बांग्ला में सीनियर रिपोर्टर थी. पुलिस के मुताबिक सागर शुक्रवार रात दो बजे घर लौटे. इमारत के सुरक्षा गार्ड का कहना है कि उसने किसी अंजान को परिसर में घुसते हुए नहीं देखा.
पुलिस के मुताबिक हत्यारे किचन की ग्रिल काटकर घर में दाखिल हुए. डीसीपी इमाम हुसैन के मुताबिक ग्रिल ऐसी जगह से काटी गई, जहां सिर्फ बच्चा ही घुस सकता है.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गृह मंत्रालय और पुलिस को मामले की पूरी जांच और दोषियों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं.
डॉयचे वेले के बांग्ला विभाग में कई साल तक काम करने के बाद सागर बीते साल ही परिवार समेत ढाका लौटे. सागर जलवायु परिवर्तन और बांग्लादेश की राजनीति के माहिर पत्रकार थे. उन्होंने कई बार बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों का इंटरव्यू भी किया. ईमानदारी और सरल स्वभाव के चलते भी सागर ने अपनी अलग पहचान बनाई.
दुनिया भर में पत्रकारों की सुरक्षा का आंकलन करने वाली एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश में पत्रकारों की स्थिति लगातार असुरक्षित होती जा रही है.
रिपोर्ट: बीडीन्यूज/ओ सिंह
संपादन: आभा एम