तिलमिलाए पोंटिंग पर 40 फीसदी जुर्माना
२७ दिसम्बर २०१०मैदान पर रिकी पोंटिंग ने दोनों अंपायरों के साथ बेहद गरम लहजे में बहस की. इस दौरान कंगारू कप्तान इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन से भिड़ गए. दरअसल पीटरसन जब 49 रन पर खेल रहे थे तो रायन हैरिस ने उनके खिलाफ जोरदार अपील की. पाकिस्तान के अंपायर अलीम डार ने इस कैच बिहाइंड की अपील को ठुकरा दिया. इस पर ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने पोंटिंग को रिव्यू सिस्टम की मदद लेने की सलाह दी. अलीम डार ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन पोंटिंग अंपायर पर गरम हो गए.
उन्होंने दूसरे अंपायर टोनी हिल से बहस शुरू कर दी. फिर पीटरसन को ताने सुनाने लगे. टीवी रिप्ले से पता चला कि हैरिस की गेंद पीटरसन के बल्ले से नहीं लगी थी. केपी तो नॉट आउट रहे लेकिन पोंटिंग की जुबान बंद नहीं हुई. असल में कंगारू टीम के लिए हताशा की बात यह भी है कि अब घरेलू दर्शक ही अपने खिलाड़ियों की हूटिंग करने लगे हैं. इसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया अपने ही मैदान पर दवाब में आ गया है.
इसके बाद फिर एक और मौका आया. चायकाल के पहले मैट प्रायर मिचेल जॉनसन की गेंद पर कैच थमा बैठे और बिना अंपायर की ओर देखे पैवेलियन की तरफ बढ़ने लगे. ऑस्ट्रेलियाई टीम विकेट गिराने की खुशी मना रही थी. तभी अलीम डार ने अप्रत्याशित फैसला करते हुए टीवी रिव्यू सिस्टम की मदद ली. रिप्ले में पता चला कि जॉनसन का पैर लाइन के काफी आगे निकला. इस आधार पर गेंद को नो बॉल करार दिया गया और डार ने प्रायर को वापस क्रीज पर बुलाया. सामान्यता अंपायर नो बॉल को लेकर टीवी रिप्ले की मदद नहीं लेते हैं.
इससे घटना ने पोंटिंग और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया. पोंटिंग फिर डार से भिड़े. अलीम डार को मौजूदा दौर के सबसे बेहतरीन अंपायरों में गिना जाता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़