दक्षिण सूडान में आजादी के लिए जनमत संग्रह
९ जनवरी २०११जनमत संग्रह के लिए मत देना बहुत से मतदाताओं के लिए भावुक घड़ी थी. दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति सल्वा कीर ने पोलिंग बूथ खुलने के बाद ही जूबा में मतदान किया. वोट डालते समय उनकी आंखें भर आई थीं.
उत्तरी सूडान के उन इलाकों में भी मतदान हो रहा है जहां दक्षिण सूडान के प्रवासी रहते हैं. राजधानी खारतूम और उत्तर के दूसरे शहरों में मतदान प्रगति पर है. ईसाई बहुल दक्षिण सूडान में 40 लाख लोगों ने मतदाता सूची में अपना नाम लिखवाया है जबकि अरब बहुल उत्तर में अपेक्षा से काफी कम लोगों ने मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाया है.
जनमत संग्रह के लिए सात दिनों तक मतदान होगा और लोग 15 जनवरी तक वोट दे पाएंगे. नतीजों के फरवरी के शुरू तक आने की संभावना है.
दक्षिण सूडान की आजादी के लिए जनमत संग्रह 2005 में हुई शांति संधि के तहत कराया जा रहा है जिसके साथ उत्तर और दक्षिण के बीच 21 साल से चला आ रहा गृहयुद्ध समाप्त हुआ था. जबकि दक्षिण सूडान में आजादी के लिए भारी समर्थन की उम्मीद की जा रही है, सूडान के राष्ट्रपति ओमर अल बशीर ने मतदान शुरू होने से पहले मतदाताओं से देश की एकता बनाए रखने की अपील की है.
अपना वोट डालते हुए दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति कीर ने 2005 में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए अपने पूर्वगामी जॉन गारांग और गृहयुद्ध में मारे गए 20 लाख सूडानवासियों को याद किया और कहा, "मैं समझता हूं कि जॉन और दूसरे सभी लोग आज हमारे साथ हैं और मुझे इस बात को सुनिश्चित करना है कि उनकी मौत बेमानी नहीं थी."
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़