"दखल दिया तो सीरिया अफगानिस्तान बन जाएगा"
३० अक्टूबर २०११अल असद ने संडे टेलीग्राफ अखबार को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "इस क्षेत्र में सीरिया अब एक केंद्र है. यह एक विभाजन रेखा है. और यहां अगर आप छेड़छाड़ करेंगे तो भूकंप आ जाएगा." असद ने कहा कि सीरिया में दखल का मतलब होगा कई अफगानिस्तान पैदा कर देना. उन्होंने सीधे शब्दों में पूछा, "क्या आप एक और अफगानिस्तान चाहते हैं या दसियों अफगानिस्तान?"
असद का विरोध जारी
सीरिया में मार्च महीने से अल असद की सत्ता के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रर्शनकारी दशकों से सत्ता पर बैठे अल असद से गद्दी छोड़ने की मांग कर रहे हैं. अल असद सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ सख्ती से पेश आ रही है. बीते शुक्रवार को प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से देश में लीबिया की तर्ज पर नो फ्लाई जोन लागू करने की मांग की ताकि सरकारी कहर को रोका जा सके.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक सीरिया में अब तक हुए प्रदर्शनों के दौरान तीन हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इनमें 187 बच्चे भी हैं जो सरकारी फौजों के बल प्रयोग के दौरान मारे गए. अल असद ने इंटरव्यू में माना कि उनकी फौजों ने शुरुआत में कई गलतियां की हैं लेकिन उनका जोर इस बात पर था कि सेनाओं ने सिर्फ आतंकवादियों को निशाना बनाया. असद ने कहा, "हमारे पास पुलिस बल की कमी है. हमारे पास सेना है जिसे अल कायदा के खिलाफ लड़ने की ट्रेनिंग दी गई है. अगर आप अपनी सेना को सड़कों पर भेजोगे तो यही होगा. अब हम सिर्फ आतंकवादियों से लड़ रहे हैं. इसलिए लड़ाई भी कम हो रही है." शुक्रवार को सरकारी सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 40 लोगों की मौत हुई जिनमें 17 ऐसे सैनिक थे जो सेना का साथ छोड़कर प्रदर्शनकारियों से जा मिले थे.
अरब लीग की कोशिशें
अल असद का कहना है कि अरब जगत में हुई क्रांतियों के बारे में उनकी सरकार की प्रतिक्रिया और नेताओं से अलग रही है. उन्होंने कहा, "सिर्फ छह दिन के बाद मैंने सुधारों का एलान कर दिया था."
उधर अरब लीग ने सीरिया में नागरिकों के मारे जाने पर चिंता जताई है और अल असद सरकार को इस चिंता से अवगत भी करा दिया है. लेकिन अल असद सरकार ने अरब लीग के इस संदेश को झूठ पर आधारित बताते हुए इसकी आलोचना की है.
रविवार को अरब लीग के विदेश मंत्रियों की समिति की बैठक हो रही है. कतर की राजधानी दोहा में होने वाली इस बैठक में सीरिया के विदेश मंत्री वालिद अल-मोअल्लम के हिस्सा लेने की भी संभावना है. कतर इस समिति का अध्यक्ष है. इस समिति में अल्जीरिया, मिस्र, ओमान और सूडान शामिल हैं. समिति ने बुधवार को ही अल असद से बात की थी ताकि सीरिया में फैली अशांति का हल निकाला जा सके. एक अखबार अल कबास ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस बैठक में अरब लीग ने असद को चेतावनी दी थी कि अगर यह मसला जल्दी हल नहीं किया जा सका तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दखल को रोकना मुश्किल होगा. अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, "अरब लीग ने स्पष्ट बात की और सीरियाई नेतृत्व को चेतावनी दी कि अगर हल न निकला तो इसका मतलब होगा मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण. यानी सीरिया को अंतरराष्ट्रीय दखल और कड़े आर्थिक प्रतिबंधों के लिए तैयार हो जाना चाहिए."
रिपोर्टः एएफपी/डीपीए/वी कुमार
संपादनः ओ सिंह