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दूसरों की गलती की सजा मुझे नहीं दी जा सकतीः वीरप्पा मोईली

१३ जुलाई २०११

कानून मंत्रालय से कॉर्पोरेट मंत्रालय में ट्रांसफर किए जाने के कुछ ही घंटे बाद वीरप्पा मोईली ने कहा कि उन्हें गलत इरादों से उनके खिलाफ चलाए जा रहे दुष्प्रचार का शिकार बनाया जा रहा है. मंत्रालय बदलने से कई मंत्री नाराज.

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NEW DELHI, JULY 26 (UNI):- Minister of Law and Justice M. Veerappa Moily at Parliament House on the opening day of the Monsoon session in New Delhi on Monday. UNI PHOTO-62U
तस्वीर: UNI

यूपीए सरकार के मंत्रिमंडल मे ताजा फेरबदल कई मंत्रियों को रास नहीं आ रहा है. मंत्रालय बदले जाने को वीरप्पा मोईली ने इसे उनके खिलाफ दुष्प्रचार का अंजाम बताया है, तो गुरुदास कामत ने इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. गुरुदास कामत को स्वतंत्र प्रभार दे कर राज्य मंत्री बनाया गया है, लेकिन वो अपने हिस्से में आए पीने का पानी और सफाई मंत्रालय से खुश नहीं है.

अब तक कानून मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे वीरप्पा मोईली ने मंगलवार को जोर दे कर कहा कि उन्हें दूसरे मंत्रालयों के 'पापों' के लिए 'फांसी' नहीं दी जा सकती. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, काला धन और सलवा जुडूम के बारे में सरकार को न्यापालिका से मिली आलोचना का जिक्र करते हुए मोईली ने कहा कि सारी गलती संबंधित मंत्रालयों की थी और इसके लिए उनके मंत्रालय पर दोष मढ़ दिए गए हैं.

Veerappa Moily der Direktor von ARC India (second Administrativ Reforms Commission India)
तस्वीर: www.inewsindia.com

नई जिम्मेदारी एक चुनौती

हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें किनारे नहीं किया गया है और नई जिम्मेदारी उनके लिए एक चुनौती है. उन्होंने कहा कि इस मौके का इस्तेमाल वह कार्पोरेट जगत में तेज और सम्मिलित न्याय के जरिए सुधारों को तेजी से लागू करने में करेंगे. पत्रकारों के यह पूछने पर कि क्या उन्हें सजा मिली है मोईली ने कहा, "जानबूझ कर मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया गया है. न्यायपालिका में सुधार हर एक इंसान के लिए सुखद नहीं था और मैं इसमें कोई मदद नहीं कर सकता. मुझे देश हित में इन सुधारों को लागू करना था. उन सभी मामलों में जिनमें हम नाकाम हुए वह संबंधित मंत्रालयो की गलती थी. इनका मेरे मंत्रालय से कोई लेना देना नहीं है. हम बस कोर्ट में इन मंत्रालयों का चेहरा थे." यूपीए सरकार को इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट की फटकार सुननी पड़ी है और प्रधानमंत्री को भी काफी आलोचना झेलनी पड़ी है.

मोईली ने साफ साफ नाम नहीं लिया लेकिन सरकार की सुप्रीम कोर्ट में हुई आलोचनाओ के लिए उनका इशारा मंत्रालयों की ओर ही था. 2जी स्पेक्ट्रम मामला टेलिकॉम मंत्रालय से जुड़ा है तो काले धन का मामला वित्त मंत्रालय से. इसी तरह सलवा जुडूम का मामला भी गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी थी. मोईली ने जोर दे कर कहा, "दूसरे मंत्रालयों के पाप के लिए कानून मंत्री को फांसी पर नहीं चढ़ाया जा सकता."

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ईशा भाटिया

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