दो साल में 94 लाख रुपये का नाश्ता
२५ जुलाई २०१०2008-09 और 2009-10 में प्रधानमंत्री कार्यालय ने नाश्ते पर 11.77 लाख रुपये खर्च किए. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस मामले में ज्यादा दरियादिली और आवभगत देखने में मिली. सूचना का अधिकार कानून के तहत हिसार के आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा ने स्वास्थ्य मंत्रालय से इस संबंध में जानकारी मांगी.
लेकिन जो आंकड़े सामने आए उससे स्वास्थ्य मंत्रालय को थोड़ी शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है. 2008-09 में उसने खाने पीने और बोतलबंद पानी के लिए 49.45 लाख रुपये खर्च किए जबकि 2009-10 में इस मद में 44.62 लाख रुपये खर्च हुए. दोनों वर्षों में खर्च का जोड़ करीब 94 लाख रुपये बैठता है.
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने करीब 41 लाख रुपये खर्च किए हैं जबकि जल संसाधन मंत्रालय की ओर से 20.73 लाख रुपये का खर्चा हुआ. पेट्रोलियम मंत्रालय ने जेब ढीली कर 19.5 लाख रुपये का खर्चा किया, वहीं उपभोक्ता मामलों, खाद्य और वितरण मंत्रालय ने बोतलबंद पानी पर 35 हजार रुपये और खाने पीने पर दो सालों में 14 लाख रुपये खर्च किए हैं.
खाने पीने और बोतलबंद पानी पर यह खर्चा आमतौर पर मंत्रालय में होने वाली बैठकों में होता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार