धाकड़ों की जगह लेने को तैयार हैं वॉटसन
१९ फ़रवरी २०११वॉटसन पहले निचले क्रम में बल्लेबाजी करते थे लेकिन अब उन्हें टीम प्रबंधन ने ओपनिंग करने को कहा है. और तेज गेंदबाजी करने वाला यह ऑलराउंडर महान बल्लेबाजों वाली जिम्मेदारी मिलने का मतलब बखूबी समझता है.
29 साल के वॉटसन अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में अपने पहले मैच से पहले प्रैक्टिस में जुटे हैं. वह कहते हैं, "मेरे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी डाली गई है और मैं इस चुनौती को निभाने के लिए तैयार हूं. मैं अपनी तरफ से पूरा जोर लगाऊंगा. उम्मीद है पूरे टूर्नामेंट में मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन कर पाऊंगा."
123 वनडे मैच खेल चुके वॉटसन अब तक 3353 रन बना चुके हैं. साथ ही उन्होंने 127 विकेट भी लिए हैं. तीन लगातार वर्ल्ड कप जीत चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले 29 वर्ल्ड कप मैचों से लगातार जीत रही है. जीत का यह सिलसिला 1999 से चला आ रहा है. सोमवार को उसे जिम्बाब्वे के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप का पहला मैच खेलना है.
छोड़ो कल की बातें
2007 वर्ल्ड कप में वॉटसन ने 145 रन बनाए थे और चार विकेट लिए थे. लेकिन इस बार उनकी भूमिका ज्यादा अहम हो गई है. वह कहते हैं, "सभी टीमों में ऑलराउंडर का रोल अहम होता है. यह एक बड़ी चुनौती होती है, खासतौर पर जब आपको बाद में बैटिंग करनी हो."
वैसे टी20 वर्ल्ड कप में भी वॉटसन पर अहम जिम्मेदारी डाली गई थी लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए. वह कहते हैं, "टी20 वर्ल्ड कप अच्छा नहीं रहा. मैं ब्रेट ली, शॉन टेट और मिचेल जॉनसन के बाद आता हूं और मेरा काम रन रेट को कम रखने के साथ साथ कुछ विकेट निकालना होता है. मैं टीम में अपनी भूमिका अच्छी तरह समझता हूं."
वॉटसन बिल्कुल नहीं मानते कि इस बार ऑस्ट्रेलिया की टीम कुछ कमजोर है. हालांकि टीम अपने दोनों प्रैक्टिस मैच हार गई लेकिन वॉटसन निराश नहीं हैं. वह कहते हैं, "उम्मीद है हमारे जोश पर असर नहीं पड़ा होगा. हम अपनी टीम का संतुलन तलाश रहे हैं इसलिए अभ्यास मैचों से ज्यादा मतलब नहीं निकाले जाने चाहिए. पिछले तीन-चार महीनों में हमने काफी क्रिकेट खेला है. हमारी लय लौट रही है."
वॉटसन इसलिए भी खुश हैं कि भारत उनके लिए हमेशा लकी रहा है. वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते रहे हैं. वह कहते हैं, "खुशकिस्मती से पिछले कुछ सालों में मैंने भारत में काफी वक्त बिताया है. मैं यहां के हालात से वाकिफ हूं." और इस बात का वॉटसन वर्ल्ड कप में पूरा फायदा उठाना चाहते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा