धुम्रपान पर सख्ती से सेहतमंद हुआ ब्रिटेन
१० जून २०१०वैज्ञानिकों का कहना है कि हार्ट अटैक के मामलों में आई जोरदार गिरावट की वजह से कई लोगों के बेशकीमती जान बची है. आपातकालीन सेवाओं और अस्पताल के खर्चे में सरकार ने भी सवा करोड़ डॉलर बचाए हैं. बाथ यूनिवर्सिटी की तंबाकू रिसर्च ग्रुप की डायरेक्टर एना गिलमोर का कहना है, ''यह नतीजे एक बड़े फायदे का नमूना भर हैं. हम फिलहाल हार्ट अटैक न होने के फौरी फायदे देख रहे हैं. लंबी अवधि में सोचें तो हर किसी के स्वास्थ्य को इससे बहुत ज्यादा फायदा है.''
गिलमोर के शोध में कहा गया है कि जुलाई 2007 के बाद हार्ट अटैक के मामलों में भारी गिरावट आई है. ब्रिटेन में तीन साल पहले सार्वजनिक स्थानों पर धुम्रपान करने पर पाबंदी लगाई गई थी. अस्पतालों में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या 1200 तक घटी है. लंदन हेल्थ ऑब्जरवेट्री के शोध में भी इसी तरह की बातें सामने आई हैं. एलएचओ का कहना है कि बैन लगाने के एक साल के बाद ही इमरजेंसी सेवाओं में 84 लाख पाउंड यानी करीब 58 करोड़ रुपये बचत हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक धुम्रपान की वजह से दुनिया भर में हर साल 50 लाख लोगों की मौत होती है. इनमें साढे़ चार लाख युवा शामिल हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि सिरगेट से जितना राजस्व हर देश को मिलता है, उससे कहीं उसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है. 2003 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 160 देशों से कहा था कि वह धुम्रपान पर पूरी तरह बैन लगा दें. अब तक सिर्फ 26 देशों ने ही यह प्रतिबंध लगाया है.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ओ सिंह
संपादन: आभा मोंढे