नडाल को मिस करेगा लंदन
२० जुलाई २०१२ओलंपिक में भले ही दर्जनों खेल प्रतियोगिताएं होती हैं लेकिन जिन तीन खेलों पर सबसे ज्यादा नजर होती है, वह है फुटबॉल, 100 मीटर दौड़ और टेनिस. नडाल के न होने से टेनिस में वह मजा नहीं आएगा, जो पिछले छह सात साल से आता रहा है.
2008 में बीजिंग ओलंपिक का स्वर्ण पदक जीतने वाले रफाएल नडाल को इस बात का सबसे ज्यादा दुख है कि वह उद्घाटन समारोह में स्पेन का झंडा नहीं उठा पाएंगे. अब इस बात पर विवाद चल रहा है कि उनकी जगह कौन लेगा. नडाल का कहना है, "स्पेन का झंडा उठाना मेरे जीवन के सबसे बड़े सम्मान में होता, मेरे जीवन के विशेष क्षणों में एक. आप समझ सकते हैं कि यह फैसला लेना मेरे लिए कितना मुश्किल रहा होगा."
इस साल सातवां फ्रेंच ओपन जीतने के बाद नडाल विम्बलडन में दूसरे दौर से ही बाहर हो गए. उसके बाद उन्होंने अपने घुटने की चोट को दुरुस्त करने की बहुत कोशिश की लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं हो पाए. आखिरकार भारी मन से उन्होंने ओलंपिक से हटने का फैसला किया, "मेरी शारीरिक हालत ऐसी नहीं है कि मैं ओलंपिक में हिस्सा ले पाऊं. और इसलिए मैं स्पेनी टीम के साथ नहीं जा पाऊंगा."
रफाएल नडाल और रोजर फेडरर को मौजूदा दौर के सबसे बड़े टेनिस स्टार माने जाते हैं. फेडरर के साथ कोर्ट में उनका मुकाबला देखना भी शानदार होता है. लेकिन फेडरर जहां एक तरफ अपनी फिटनेस बना रखने में कामयाब रहे हैं, वहीं नडाल बार बार चोटिल हो जाते हैं. इसके बाद भी उनके नाम चारों ग्रैंड स्लैम खिताब हैं. उन्होंने कुल 11 ग्रैंड स्लैम जीते हैं.
एजेए/एमजे (रॉयटर्स, डीपीए)