नडाल दिलवा रहे हैं भारतीय बच्चों को शिक्षा
२१ अक्टूबर २०१०स्पेन के खिलाड़ी राफा कोशिश कर रहे हैं कि भारत में सभी बच्चों को समान शिक्षा और इसके अवसर मिलें. रफाएल नडाल ने दक्षिण भारत के अनंतपुर में अपने प्रतिष्ठान के जरिए 100 बच्चों के लिए एक स्कूल खोला है.
नडाल कहते हैं, मुझे उम्मीद है कि मैं एक दो साल में लौटूं और देखूं कि बच्चों को नया जीवन मिला है.
भारतीय संविधान में भारत के हर नागरिक के लिए समानता का अधिकार है. लेकिन समाज में ऐसा नहीं है. सरकारी नौकरियों के बाद अब स्कूल और कॉलेजों में भी पिछड़ी जाति के लोगों के लिए जगहें रिजर्व कर दी गई हैं लेकिन अब भी उन्हें जैसा फायदा होना चाहिए वैसा हो नहीं रहा.
नडाल ने जो स्कूल खोला है उसमें बच्चों को जरूरी विषयों की शिक्षा तो मिलेगी ही, टेनिस खेलने के लिए वहां जगह नहीं हो ऐसा हो ही नहीं सकता. थुईबिंगन विश्वविद्यालय के भारतविद्या विशेषज्ञ मार्टिन क्रिस्टोफ फुइक्सले कहते हैं, "पिछड़ी जाति के कई लोगों को युनिवर्सिटी में जगह नहीं मिलती और नौकरियां भी नहीं मिलती. क्योंकि उनकी शिक्षा में कमी होती है. उन्हें सही प्रशिक्षण देना उनके लिए अवसर खोलने का सबसे सही तरीका है."
नडाल के स्कूल में बच्चों को गणित, इन्फोर्मेटिक्स और इंग्लिश की विशेष शिक्षा दी जाती हैं. गांवों से आने वाले बच्चों को इन विषयों में अक्सर मुश्किल होती है. इसके अलावा उन्हें खाने पीने की चीजें उपलब्ध करवाई गई हैं. टेनिस के कोर्ट पर नडाल ने बच्चों के साथ उद्घाटन के दिन ही हाथ आजमा लिए.
भविष्य में नडाल पूरी तरह अपनी इस योजना पर ध्यान देना चाहते हैं.
रिपोर्टः डॉयचे वेले/आभा एम
संपादनः महेश झा