नाटो का लीबिया मिशन खत्म
२७ अक्टूबर २०११लीबिया की नई सरकार का कहना है कि पूर्व तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी के हत्यारों पर मुकदमा चलाया जाएगा. नेशनल ट्रांजिशनल काउंसिल के उपाध्यक्ष अब्देल हाफिज घोगा ने कहा, "गद्दाफी के बारे में हमसे किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं है. हमने जांच शुरू कर दी है. मुझे यकीन है कि यह कुछ लोगों की व्यक्तिगत हरकत है, यह क्रांतिकारियों या राष्ट्रीय सेना की हरकत नहीं है. जो कोई भी गद्दाफी ही हत्या के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा उसके साथ निष्पक्ष सुनवाई की जाएगी."
गद्दाफी की मौत पर अंतरराष्ट्रीय जगत ने कई सवाल उठाए हैं. माना जा रहा है कि पश्चिमी देशों ने इस मुद्दे पर लीबिया पर दबाव भी डाला. पश्चिमी देशों ने इस बात के भी साफ संकेत दे दिए हैं कि नाटो सेनाएं जल्द लीबिया छोड़ देंगी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों ने 31 अक्टूबर को लीबिया मिशन खत्म करने का एलान भी कर दिया.
खौफ के साए में सैफ
39 साल के सैफ देश के दक्षिणी हिस्से में किसी अज्ञात जगह पर छुपा है. सैफ ने अपने पिता कर्नल मुअम्मर गद्दाफी और भाई मुत्तस्सिम की मौत से जुड़े कुछ वीडियो देखे. सैफ को डर सता रहा है कि विद्रोही उसका भी यही हाल करेंगे. लीबिया के नेशनल ट्रांजिशनल काउंसिल के मुताबिक सूत्रों के जरिए सैफ अल इस्लाम बाहरी लोगों के संपर्क में है. वह सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.
सैफ अल इस्लाम ने संकेत दिए हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध अदालत के सामने आत्मसमर्पण करने को तैयार है. उसने एक विमान की मांग की है. सैफ पर मानवता के खिलाफ युद्ध के आरोप हैं. उधर अंतराष्ट्रीय अपराध अदालत के अधिकारियों का कहना है कि सैफ से उनका कोई संपर्क नहीं हुआ है.
ठिकाना पता नहीं
अभी यह पता नहीं चल सका है कि सैफ है कहां. कुछ लोग कह रहे हैं कि वह गद्दाफी के मजबूत इलाके बानी वालिद में छुपा है. कुछ लोग उसकी लोकेशन नाइजीरिया बता रहे हैं. गद्दाफी परिवार का साथ दे रहे एक अंतरराष्ट्रीय वकील ने एनटीसी के दावे को सच मानने से इनकार किया है. वकील ने आत्मसमर्पण के प्रस्ताव के बारे में कुछ नहीं कहा.
एनटीसी के सूत्रों का कहना है कि सैफ लीबिया में ही है. विद्रोहियों के मुताबिक सैफ देश के दक्षिण में रेगिस्तान में छुपा है. उसने स्थानीय तुआरेग समुदाय की शरण ली है. एनटीसी के एक सूत्र ने कहा, "सैफ को अपनी जान की चिंता हो रही है. उसे लग रहा है कि आत्मसमर्पण करना ही सबसे बढ़िया विकल्प है." विद्रोहियों के मुताबिक सैफ मध्यस्थता के लिए तीसरे देश को खोज रहा है. वह चाह रहा है कि ट्यूनिशिया या अल्जीरिया उसकी मदद करें.
नाटो की मदद के बिना एनटीसी के लिए सैफ को रेगिस्तान से खोज निकालना बहुत मुश्किल है. फ्रांस और ब्रिटेन ने साफ संकेत दिए है कि वह लीबिया में अपनी कार्रवाई बंद करने जा रहे हैं.
रिपोर्ट: एएफपी, रॉयटर्स/ओ सिंह
संपादन: महेश झा