नीतीश-जेटली मिले, तनाव कम करने की कोशिश
११ जुलाई २०१०पटना में भारतीय जनता पार्टी की राज्य यूनिट के प्रमुख सीपी ठाकुर के निवास पर हुई इस बैठक में अरुण जेटली के अलावा बीजेपी के अन्य नेता भी शामिल हुए जिनमें अनंत कुमार, धर्मेंद्र प्रधान, सुशील कुमार मोदी शामिल हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बीजेपी नेताओं की यह बैठक करीब दो घंटे चली.
बीजेपी सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि बिहार सरकार में शामिल दोनों सहयोगी दलों ने विज्ञापन विवाद पर रिश्तों में छाई धुंध को साफ करने की कोशिश की है. "सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई बातचीत का उद्देश्य आपसी मतभेदों को दूर करना रहा. पिछले दो महीनों में इस वजह से हमारे गठबंधन को ठेस लग रही थी." बीजेपी के मुताबिक इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर यह बैठक बेहद अहम है. दोनों पार्टियां राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अपना गठबंधन बनाए रखने पर सहमत हो गई हैं. बैठक में चुनाव की रणनीति और सीटों के बंटवारे का फार्मूला तय करने पर विचार हुआ.
अरुण जेटली ने बैठक में उठाए गए मुद्दों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी. बैठक के बाद नीतीश कुमार ने भी मीडियाकर्मियों से बात नहीं की और सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए. पिछले महीने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर भड़क गए थे.
नीतीश कुमार को एक विज्ञापन में नरेंद्र मोदी के साथ दिखा गया था जबकि एक अन्य विज्ञापन में 2008 में कोसी नदी में आई बाढ़ पर गुजरात से मिली सहायता राशि का प्रचार किया गया. नीतीश कुमार को यह दोनों बातें पसंद नहीं आई. मोदी के साथ दिखाए जाने से भड़के नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं के साथ डिनर रद्द कर दिया और गुजरात को बाढ़ सहायता राशि लौटा दी.
नीतीश कुमार ने कहा था कि सहायता का प्रचार करना असभ्यता दर्शाता है. नाराज उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश के साथ एक बैठक में होने से मना कर दिया था. इसके चलते बीजेपी और जेडीयू में तनाव पैदा हो गया था और अब उसी को शांत करने की कोशिश हो रही है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह