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नेपाल ने कहा, हमने नहीं दी ट्रेनिंग

१३ नवम्बर २०१०

नेपाल सरकार के एक मंत्री ने इन आरोपों से साफ इंकार किया है कि भारत के विद्रोही माओवादियों को उनके देश में ट्रेनिंग दी जा रही है. नेपाली अखबार कांतिपुर ने यह खबर दी है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

नेपाल सरकार में शांति और पुनर्निर्माण मंत्री रकम चेमजोंग ने दावा किया कि नेपाल में माओवादियों को ट्रेनिंग दिए जाने के आरोप पूरी तरह से "गलत और बेबुनियाद" हैं. चेमजोंग का कहना है कि नेपाल में कोई आतंकवादी नेटवर्क नहीं है. चेमजोंग ने यह भी कहा, "नेपाल में अगर कोई आतंकवादी नेटवर्क हुआ तो उसे खत्म करने में यहां की सरकार पूरी तरह सक्षम है."

Maoisten-Chef Prachanda
भारत के आरोपों का विरोधतस्वीर: dpa

पिछले हफ्ते नक्सली विद्रोहियों को नेपाल में माओवादियों के जरिए ट्रेनिंग मिलने के आरोपों की बात सामने आई थी. नेपाल में भारत के दूतावास ने इन आरोपों पर विरोध भी दर्ज कराया था. उधर नेपाली माओवादियों की पार्टी के मुखिया पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ने इन आरोपों की कड़ी निंदा की है. प्रचंड का कहना है कि भारत ने ये आरोप नेपाल को संकट में फंसा इलाका घोषित करने के इरादे से लगाए हैं. हालांकि इससे पहले शुक्रवार को विदेश मंत्री सुजाता कोइराला ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

पिछले महीने भारतीय मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि भारतीय माओवादियों को नेपाल के दक्षिणी मैदानी इलाकों में वैचारिक और सैन्य ट्रेनिंग दी जा रही है. अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा इसमें मदद कर रहा है. नेपाल के माओवादियों ने करीब एक दशक तक चले हथियारबंद आंदोलन के बाद 2006 में शांति समझौता कर खुद को मुख्यधारा की राजनीति से जोड़ लिया था. भारत में माओवादी 1967 से ही सरकार के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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