'नोवाक जोकोविच की कोई कमजोरी नहीं'
१५ अगस्त २०११नोल नाम से बुलाए जाने वाले जोकोविच के फैन्स पेज पर बधाइयों और शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई. नाडाल फेडरर का तख्ता पलटने वाले जोकोविच कहते हैं कि वे अभी भी आम लोगों की तरह ही हैं. रविवार को जोकोविच ने इस सीजन का नवां खिताब जीता. उन्होंने मॉन्ट्रियल मास्टर्स के फाइनल में अमेरिका के मैर्डी फिश को 6-2, 3-6, 6-4 से मात दी. उनके मैच का रिकॉर्ड शानदार 53-1 है. जीत के बाद जोकोविच ने कहा, "मैं इंसान ही हूं, मैं निश्चित तौर पर आपको यह बता सकता हूं. इस साल मैं बहुत अच्छा टेनिस खेल रहा हूं. मुझे इस शानदार साल के बारे में पता है. मैं बढ़िया रहा. लेकिन मैं इस बारे में कतई नहीं सोच रहा हूं कि मैं कितने मैच हारूंगा मैं विचार कर रहा हूं कि मैं कितने मैच जीतूंगा." ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाले जोकोविच ने एक ही सीजन में पांच मास्टर्स खिताब जीतने का रिकॉर्ड बनाया है.
कई साल टॉप रैंकिंग के आस पास रहने वाले जोकोविच पिछले चार सीजन के दौरान वर्ल्ड नंबर थ्री की पदवी पर थे. लेकिन उनका तेजी से ऊपर आना अचानक और आश्चर्यजनक दोनों ही है.
इस सीजन में उनकी इकलौती हार फ्रेंच ओपन में रोजर फेडरर के हाथों हुई थी. सनसनीखेज जीतों के बावजूद जोकोविच के प्रतिद्वंद्वियों को पता है कि उन्हें हराया जा सकता है. फ्रांस के जो विल्फ्रीड त्सोंगा कहते हैं, "वह जोरदार टेनिस खेल रहे हैं लेकिन वे एलियन नहीं हैं. वे तेज नहीं मारते, वे बॉल को पहले भी नहीं मारते लेकिन वे हमेशा वहां होते हैं. रिटर्न की हुई हर गेंद का वह बहुत अच्छे से जवाब देते हैं और हमेशा मौजूद होते हैं. तो यह खेल में उनकी निरंतरता है और उनकी कोई कमजोरी नहीं."
मजबूत दिमाग
जोकोविच कहते हैं कि नए डायट के कारण उन्हें ज्यादा सफलता मिली. लेकिन अधिकतर जानकारों का कहना है कि उनके खेल में सबसे बड़ा बदलाव उनका व्यवहार और दिमागी मजबूती है. 24 साल का यह खिलाड़ी साहस के साथ खेल रहा है और जीतने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. उनसे मॉन्ट्रियल में हारे फिश कहते हैं, "इस साल उन्होंने हर गेंद को दस गुना ज्यादा रिटर्न किया. वह बहुत ही प्रभावी हैं. इंडियन वेल्स और मायामी एक के बाद एक जीतना शानदार है. फिर दो क्ले कोर्ट के खिताब. मेरा मतलब है कि किसी ने ऐसा नहीं सोचा था. दोनों बार उन्होंने सीधे सेटों में मैच जीता जो कि अद्भुत है."
अमेरिकी ओपन में क्या कोई सर्बियाई खिलाड़ी का विजय चक्र रोक पाएगा, इस पर सभी टेनिस प्रेमियों की नजरें टिकी हुई हैं. यह मैच इसलिए भी रोमांचक होगा क्योंकि हार्ड कोर्ट पर इस सीजन में जोकोविच का रिकॉर्ड 29-0 का है. "मैं शायद कुछ फेवरेट्स में से एक रहूंगा. पिछले कुछ साल में जो मैंने ग्रैंड स्लैम में अनुभव किया है, ये उससे अलग नहीं होगा. टॉप खिलाड़ी होने के कारण इस तरह की उम्मीदें तो होती हैं. इस ग्रैंड स्लैम में मेरा रवैया अलग नहीं होगा. मैं हर मैच जीतने की कोशिश करूंगा और अपना रूटीन नहीं बदलूंगा. अच्छा खेलने और टूर्नामेंट जीतने के लिए मेरे पास काफी प्रेरणा और इच्छा है."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः महेश झा