न्यूयॉर्क के ड्राइवरों के लिए टैक्सी योग
२५ अप्रैल २०११टैक्सी योग कोर्स सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क के लागार्डिया कॉलेज में ड्राइवरों के लिये विशेष रूप से चलाया जाता है. शिक्षक हैं एंड्रू वोलो जो अपनी खुद की पढ़ाई के दौरान टैक्सी चलाते थे. एंड्रू कहतें हैं " टैक्सी चलाना इतना आसान काम नहीं है. सारा दिन एक तंग सीट पर बैठे रहना पड़ता है. शरीर की जो दुर्गति होती है उसका अनुमान नहीं होता. हमारा टैक्सी योग कार्यक्रम शरीर और मन को तनावमुक्त करता है."
शुरू में कोर्स के लिये एंड्रू को बहुत मेहनत करनी पडी. टैक्सी अड्डों, हवाई अड्डों जैसी जगहों पर पर्चियां बांटी. क्योंकि न्यूयॉर्क टैक्सी ड्राइवरों की बहुत बड़ी संख्या भारतीय, पाकिस्तानी और बंगला देश से आये लोगों की है तो वह मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा भी गये. योग का महत्व समझाया. हालाँकि अमेरिका मे योग बहुत प्रचलित हो गया है पर एंड्रू के अनुसार शायद आम आदमी उसे एक धर्म विशेष से जुड़ा मानता है या सोचता है कि केवल औरतें ही योग करती हैं, और इसीलिये पुरुष टैक्सी ड्राइवरों को योग सीखने के लिए तैयार करना बड़ी चुनौती रही, और वह भी उन लोगों के लिये जो न्यूयॉर्क में अपनी लड़ाकू यानि एग्रेसिव छबि से जाने जाते हैं लेकिन एंड्रू अपने कोर्स को केवल व्यायाम मानते हैं.
शहर की तस्वीर से जुड़ी है कैब
फिल्मों में न्यूयॉर्क की जो तस्वीरें देखते हैं उनमे प्रायः गगनचुम्बी इमारतों के साथ- साथ सड़कों पर दौड़ती पीले रंग की टैक्सियाँ भी दिखाई देती हैं, जिन्हें कैब कहा जाता है और चालकों को कैबी. न्यूयॉर्क वह महानगर है जो शायद कभी ही सोता है. लोग भागते हैं कैब पकड़ने के लिये, और कैबी भागता है भाड़ा पकड़ने को. उसकी १२ घंटे की शिफ्ट होती है. ऐसे में दर्द और तनाव होने लगता है. एक बंगलादेशी टैक्सी ड्राईवर इकबाल मुर्शेद कहता है, " १२ घंटे बैठे- बैठे मेरी कमर में दर्द होने लगता था, तनाव के कारण सरदर्द होता था. स्टीयरिंग व्हील पकड़े हाथ में, और पैडल पर दबाव डाले पैरों में दर्द रहने लगा." उसे टैक्सी योग कोर्स की जानकारी मिली . इकबाल और उसके कुछ साथी ड्रायवरों ने उसे आज़माने का सोचा. इकबाल को बहुत फ़ायदा हुआ " टैक्सी योग ने मेरी बहुत मदद की. शारीरिक, व उसी के साथ, मानसिक दबाव कहीं बेहतर हुआ."
टैक्सी कोर्स सिखाने वाले क्ली वाल्श भी एक टैक्सी ड्राइवर है. क्ली और एंड्रू ने जो कोर्स बनाया है उसमे निचली कमर, बाँहों , गर्दन पर ख़ास ध्यान दिया जाता है. ड्राइवर को ऐसे प्राणायाम सिखाये जाते हैं जो वह बैठे-बैठे कर सके, और सतर्कता से सड़क पर ध्यान दे सके. कोर्स का लक्ष्य तन मन को स्वस्थ बनाना है.
हाथ कंगन को आरसी क्या
टैक्सी योग करने के बाद से इकबाल मुर्शिद अपने में बड़ा बदलाव पातें हैं" टैक्सी योग ने मेरी बहुत मदद की. मैं अच्छा महसूस करता हूँ. और अब तो हाल यह है कि जिस दिन योग नहीं करता उस दिन रात में नीद नहीं आती . अगले दिन शरीर थका-थका रहता है. योग मेरी ज़िन्दगी का रोज़मर्रा बन गया है."
न्यूयॉर्क के एग्रेसिव कैबी के तनाव मुक्त बनने से वे यात्रियों पर सड़क-क्रोध यानी अपना भडकाव भी नहीं उतारते.
क्ली वाल्श अपने और अपने सहयोगी ड्राइवरों की ओर से कहते हैं, " योग से आपका मन शांत रहता है, तनाव कम होता है. आप सड़क पर अधिक ध्यान देते हैं. समझने लगते हैं कि यदि आप शांत हैं, खुश मिजाज़ हैं तो आपकी टैक्सी में बैठा यात्री भी उसी तरह से बर्ताव करेगा, और न भी करे तब भी उसका नकारात्मक बर्ताव आप पर असर नहीं करेगा. पैसे भी अधिक कमायेंगे.
रिपोर्ट: अंबालिका मिश्रा, न्यूयॉर्क
संपादन: उभ