पकड़ी गई चोरी चीते के बच्चे की
२७ अगस्त २०१०बैंकॉक के एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी 31 साल की थाई महिला नीरत नीपानंद के बैग में चीते का बच्चा देखकर हैरान रह गए.
इसे उसके ही आकार वाले खिलौनों के साथ बैग में छुपा कर रखा गया था. चीते के बच्चों जैसे खिलौनों से भरे बड़े से बैग की एक्सरे मशीन से जांच के दौरान जीवित बच्चा पकड़ में आ गया. बैग में बच्चे की मौजूदगी का नीरत कोई कारण नहीं बता सकी.
हिरासत में पूछताछ के दौरान उसने बताया कि यह बैग उसका नहीं था बल्कि उसके किसी जानने वाले का था. उसे बैग में चीते के बच्चे की मौजूदगी के बारे में कुछ भी पता नहीं है. बच्चे को बैग में नशीली दवाएं देकर रखा गया था जिससे वह कोई हरकत न कर सके.
अधिकारियों ने इस बात की जांच पड़ताल शुरू कर दी है कि इस बच्चे को कहां से पकड़ा गया है और यह संरक्षित प्रजाति का है या नहीं. एशिया में चीतों की बढ़ती तस्करी के कारण इसकी संख्या में तेजी से गिरावट आई है और जंगल की यह शान विलुप्त होने की कगार पर है. इससे चिंतित एशियाई देशों की सरकारों ने तस्करी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए हैं.
रिपोर्टः रॉयटर/निर्मल
संपादनः आभा एम