पता नहीं शिवसेना क्यों नाराज़ हैः शाह रुख़
१९ फ़रवरी २०१०आईपीएल-3 में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शामिल करने की तरफ़दारी करने के बाद शाह रुख़ ख़ान को शिवसेना का ग़ुस्सा झेलना पड़ रहा है. 44 वर्षीय शाह रुख़ ख़ान ने कहा कि उन्हें सबसे ज़्यादा ठेस यह बात पहुंचाती है कि बार बार उनकी भारतीयता पर सवाल उठाए जाते हैं.
किंग ख़ान के मुताबिक़ अगर उनकी फ़िल्म माय नेम इज़ ख़ान' को लेकर कोई समस्या होती तो वह शिवसेना से माफ़ी मांग लेते. वह कहते हैं, "अगर उन्हें मेरी फ़िल्म से कोई परेशानी होती, तो मैं माफ़ी मांग लेता. ऐसा मैं पहले भी करता रहा हूं क्योंकि अपनी फ़िल्मों से मैं किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता. मेरा मक़सद लोगों को मनोरंजन करना है. लेकिन यहां बात मेरी शख़्सियत और भारतीयता की थी. मुझे दुख होता है कि बार बार मुझे सफ़ाई देनी पड़ती है."
शाह रुख़ ने कहा कि वह शिवसेना के नेताओं का "बहुत सम्मान" करते हैं लेकिन राजनीति और देशभक्ति का घालमेल मनोरंजन के साथ नहीं किया जाना चाहिए. उनके मुताबिक़, "वे उम्र में मुझ से कहीं बड़े हैं. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं. लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि इस मामले में फ़िल्म को क्यों घसीटा गया. मैं उन लोगों में से हूं जो सोचते हैं कि राजनीति और मनोरंजन को आपस में मिलाना नहीं चाहिए."
शाह रुख़ ने यह भी कहा कि क्यों उनकी भारतीयता पर बार बार सवाल उठाए जाते हैं जबकि उनके पिता एक स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं और उन्हें इस बात का गर्व है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह