परमाणु परीक्षण रोकने को तैयार उत्तर कोरिया
२४ अगस्त २०११दोनों नेताओं की साइबेरिया के बाइकाल झील पर स्थिति उलान उदे शहर के निकट स्थित सोसनोवी बोर गैरिसन में मुलाकात हुई. गोपनीयता में ढकी इस बातचीत का लक्ष्य रूस से ऊर्जा और खाद्य सहायता पाना था. बैठक स्थल पर मेदवेदेव ने स्वयं किम का स्वागत किया. राष्ट्रपति ने बिजनेस सूट और बैंजनी रंग की टाई पहन रखी थी जबकि किम ने फीका खाकी यूनीफॉर्म. दोनों नेता एक छोटी टेबल पर साथ बैठे जिस पर सफेद फूल रखे थे. बाद में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल भी बातचीत में शामिल हो गए.
परमाणु परीक्षण रोकने को तैयार
बातचीत के बाद क्रेमलिन की प्रवक्ता नताल्या टीमाकोवा ने बताया कि किम छह पक्षीय वार्ता की शुरुआत बिना किसी पूर्वशर्त के चाहते हैं. ऐसा होने पर ने परमाणु हथियारों का परीक्षण रोकने के लिए तैयार हैं. अगस्त के शुरू में किम ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका, दक्षिण कोरिया, रूस, जापान और चीन के साथ होने वाली छहपक्षीय वार्ता फिर से शुरू करने का पक्ष लिया था. उसने यह बातचीत अप्रैल 2009 में औपचारिक रूप से तोड़ दी थी.
जुलाई में उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि आसियान सम्मेलन के हाशिए पर दिसंबर 2008 के बाद पहली बार बातचीत के लिए मिले.
बातचीत के बाद मेदवेदेव ने पत्रकारों को बताया कि उत्तर कोरिया ने रूस और दक्षिण कोरिया के बीच प्रस्तावित गैस पाइपलाइन का स्वागत किया है जो उत्तर कोरिया से होकर जाएगी. 1700 किलोमीटर लंबी इस पाइपलाइन से सउरू में हर साल 10 अरब घनमीटर रूसी गैस की आपूर्ति की जाएगी. उत्तर कोरिया खाद्य संकट और भुखमरी की आशंका के बीच मॉस्को से आर्थिक और खाद्य सहायता की मांग कर रहा है. दौरे से पहले ही रूस ने उत्तर कोरिया को 50 हजार टन गेहूं भेजने की घोषणा की थी.
गोपनीयता के साए में किम का दौरा
किम इस समय रूस के दौरे पर हैं. सप्ताहांत को उनकी बख्तरबंद रेलगाड़ी रूस की सीमा में घुसी थी. तब से किम और उनके प्रतिनिधिमंडल को लड़ाकू विमान का कारखाना और बुरेस्काया हाइड्रो पावर स्टेशन दिखाया गया है. इसके अलावा साइबेरियाई पानी में स्नान किया है, प्रसिद्ध बाइकाल लेक देखने गए लोकल मछली खाई. मुलाकात में मेदवेदेव ने किम से पूछा, "मुझे उम्मीद है कि आप वह सब देख पाए जो देखना चाहते थे." किम का जवाब था, "मिस्टर प्रेसीडेंट आपके पक्ष से ध्यान देने के लिए शुक्रिया. हम मस्त दौरा कर रहे हैं." व्यक्तिगत सुरक्षा की किम की चिंताओं के कारण रूस ने उनके दौरे की योजना के बारे में सूचना पर पूरी तरह रोक लगा रखी है.
इससे पहले किम जोंग इल ने 2002 में रूस का दौरा किया था जब उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से व्लादीवोस्तॉक में मुलाकात की थी. सोवियत संघ के टूट जाने के बाद रूस एक बार फिर विश्व सत्ता बनने की कोशिश कर रहा है और इस तरह की मध्यस्थता कर विश्व राजनीति में हाशिए पर जाने से बचना चाहता है. क्रेमलिन का कहना है कि स्टालिनवादी उत्तर कोरिया के साथ संवाद बनाए रखने के लिए हर मौके का लाभ उठाया जाना चाहिए. उसका कहना है कि गैस पाइपलाइन जैसे त्रिपक्षीय परियोजनाएं विभाजित कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थिरता को बढ़ावा दे सकते हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: वी कुमार