पाकिस्तानी तालिबान ने 25 बच्चों को अगवा किया
३ सितम्बर २०११पाकिस्तानी अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवादियों ने अफगानिस्तान में बच्चों को अगवा कर लिया है. ये बच्चे बुधवार को उत्तर पश्चिम में बाजौड़ के कबीलाई इलाके में घूमते घूमते गलती से सीमा पार कर गए थे. पाकिस्तानी तालिबान के प्रवक्ता ने कहा है कि बच्चे उनके पास हैं और उनके भविष्य का फैसला बाजौड़ के आतंकवादी करेंगे. तालिबान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह अहसान ने एक अज्ञात जगह से समचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "हमने बच्चों को अगवा किया है क्योंकि उनके मां बाप और रिश्तेदार सरकार की मदद कर रहे हैं और हमारे साथ लड़ रहे हैं."
अहसान ने बताया कि 20 से 25 बच्चों को अगवा किया गया है. हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि इन बच्चों को कहां रखा गया है. बाजौड़ के शीर्ष अधिकारी इस्लाम जेब ने बताया कि इलाके से 25 बच्चे गायब हैं. इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि 60 बच्चों का एक समूह घूमने गया था. इसमें से 10 साल से कम उम्र के 20 बच्चों को वापस भेज दिया गया और 40 बच्चों को अगवा करने वालों ने अपने कब्जे में रखा.
तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि उन लोगों ने बड़े पैमाने पर लोगों को अगवा करने की योजना बनाई है. रमजान पूरे होने के बाद ईद के मौके पर लोग सरहदी इलाकों में अपने घरों को आए हैं और तालिबान इस मौके का इस्तेमाल अपने मकसद के लिए करना चाहता है. सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इस घटना के बारे में तब पता चला जब बच्चों के मां बाप ने शुक्रवार उनके अगवा हो जाने के बारे में उन्हें जानकारी दी. ये सभी लोग सरहदी इलाकों के रहने वाले हैं.
तालिबान के दुश्मन
बच्चे मामून कबीले के हैं जो अल कायदा और तालिबान का विरोध कर रहे हैं. इस कबीले ने अल कायदा और तालिबान से जंग के लिए अपनी एक फौज भी खड़ी की है. तालिबान इन लोगों को अक्सर अपने बम और गोलियों का निशाना बनाता रहता है. पाकिस्तान का बाजौड़ अफगानिस्तान के कुनार से लगता है. लंबे समय से तालिबानी आतंकवादी इसी इलाके इलाके से हो कर अफगानिस्तान में अमेरिकी फौजों पर हमला करने के लिए जाते रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक बाजौड़ में सेना की घेरेबंदी के बाद सैकड़ों आतंकवादियों ने भाग कर कुनार में शरण ली है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह