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पाक-अमेरिकी तनाव से भारत भी चिंतित

२० अक्टूबर २०११

पाकिस्तान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भारत बहुत चौकस है और फूंक फूंक कर कदम रख रहा है. गुरुवार को भारत सरकार ने इस मसले पर बैठक के बाद कहा कि भारत को उम्मीद है कि ये दोनों देश अपने मतभेदों को जल्द सुलझा लेंगे.

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तस्वीर: AP

भारत ने कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान दो बड़ी और सहयोगी ताकतें हैं जिनके बीच मतभेदों का जारी रहना बाकी देशों के लिए भी खतरनाक हो सकता है. भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने गुरुवार को कहा, "ये मतभेद दो दोस्ताना ताकतों अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों के लिए चिंता की बात हैं. और भारत की इच्छा है कि ये दोनों देश अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझा लें ताकि पूरे क्षेत्र में विकास के लिए उपयुक्त माहौल बनाया जा सके."

विनाशकारी है तनाव
कृष्णा ने कहा कि क्षेत्र को प्रभावित करने वाला कोई भी मुद्दा सबके लिए विनाशकारी हो सकता है इसलिए भारत चाहता है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रिश्ते अच्छे रहें. उन्होंने कहा, "इलाके को परेशान करने वाली कोई भी बात अन्य देशों के विकास एजेंडे के लिए विनाशाकारी साबित हो सकता है. खासतौर पर भारत के लिए. इसलिए हम पूरी गंभीरता से चाहते हैं कि वे अपने मतभेदों को दूर करने में कामयाब होंगे."
गुरुवार को भारत और फ्रांस के बीच अमेरिका और पाकिस्तान के बिगड़ते रिश्तों पर बातचीत हुई. फ्रांसीसी विदेश मंत्री एलान जुप्पे से मुलाकात के बाद दोनों विदेश मंत्रियों ने साझा प्रेस कान्फ्रेंस की. इस प्रेस कान्फ्रेंस में जुप्पे ने भी पाकिस्तान में मौजूदा हालात पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि उनका देश भी पाकिस्तान के साथ बातचीत की कोशिश कर रहा है जो अफगानिस्तान में किसी सुनिश्चित हल तक पहुंचने के लिए महत्वपूर्ण है. जुप्पे ने कहा, "हम पाकिस्तान के हालात पर चिंतित हैं. हम जानते हैं कि पाकिस्तान राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा के मोर्चों पर किन मुश्किलों का सामना कर रहा है. हमें लगता है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत बेहद जरूरी है क्योंकि अफगानिस्तान के बारे में एक सकारात्मक हल खोजने में उसकी अहम भूमिका है." जुप्पे ने कहा कि फ्रांस इस बारे में अमेरिका से भी बात कर रहा है.

Pakistatnische Außenministerin Hina Rabbani Khar
तस्वीर: AP

फ्रांस भी चिंतित
जुप्पे ने बताया कि फ्रांस का सुझाव है कि इस बातचीत के जरिए एक साझी सुरक्षा व्यवस्था बनाए जाए. इस बारे में जुप्पे ने भारत से भी बात की है. पाकिस्तान और अमेरिका में अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद से ही तनाव बना हुआ है. अमेरिकी फौजों ने पाकिस्तान को बिना बताए ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस्लामाबाद के पास एबटाबाद में इस ऑपरेशन में बिन लादेन को मार गिराया गया और पाकिस्तान को इसका पता ऑपरेशन के बाद चला. यह पाकिस्तान को सख्त नागवार गुजरा.
हाल में तनाव हक्कानी नेटवर्क की वजह से काफी बढ़ गया है. अमेरिका का कहना है कि पाकिस्तान के सीमांत प्रांत में स्थित हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में अमेरिकी फौजों पर हमले कर रहा है और पाकिस्तान को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए.
इसी सिलसिले में अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी गुरुवार को अपने आला सैन्य अधिकारियों के साथ पाकिस्तान दौरे पर पहुंच रही हैं. वह पाकिस्तान पर फिर इस बात के लिए दबाव डालेंगी कि हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
रिपोर्टः पीटीआई/रॉयटर्स/वी कुमार
संपादनः ए कुमार

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