पाक सीमा में घुस कर ईरानी सैनिकों ने गोली मारी
२ जनवरी २०१२घटना ईरान पाकिस्तान की सीमा पर बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में ऐसे इलाके की है जहां सीमा की रेखाएं साफ साफ नहीं खींची गई हैं. मजाह सार के इस इलाके में बहुत ज्यादा लोग भी नहीं रहते. पाकिस्तान के सीमा अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ईरानी सुरक्षा बल दो पाकिस्तानी नागरिकों को अपने साथ भी ले गए जिनकी बाद में तस्करों के रूप में शिनाख्त की गई. मारे गए शख्स का नाम सईद रिगी है. इस घटना में उसका भाई इस्लाम रिगी घायल हुआ है. एक अधिकारी बांगुलजई ने बताया कि दोनों तस्कर हैं.
पाकिस्तान अधिकारियों ने उनका ईरान तक पीछा किया और बाद में उन्हें छुड़ा कर अपने साथ ले आए. पाकिस्तानी सीमा पर मौजूद अधिकारियों में एक बांगुलजई ने बताया कि अधिकारियों ने ईरान के तीन सुरक्षाबल के जवानों को हिरासत में भी लिया है. पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि पकड़े गए ईरानी सुरक्षाकर्मियों के साथ क्या करना है.
पाकिस्तानी अधिकारी आलम फराज ने कहा है कि ईरानी अधिकारियों का कहना है कि वो तस्करों का पीछा करते हुए गलती से सीमा पार कर गए. आलम फराज प्रांतीय अधिकारियों के आदेश के इंतजार में हैं, उनकी तरफ से निर्देश मिलने के बाद ही वो इस मामले में आगे कार्रवाई करेंगे.
पाकिस्तान और ईरान के बीच समय समय पर जुनदुल्लाह आतंकवादी गुट की वजह से इस तरह के विवाद उठते रहे हैं. यह ईरान में सुन्नी मुस्लिमों का हथियारबंद गुट है जो वहां की शिया सरकार से लड़ रहा है. ईरान सरकार का आरोप है कि इस गुट ने बलूचिस्तान के सीमांत इलाकों में अपने ठिकाने बना रखे हैं. 2010 में ईरान ने इस गुट के नेता अब्दुलमलिक रिगी को दुबई से किर्गिस्तान जाते वक्त गिरफ्तार कर लिया था. बांगुलजई का कहना है कि घटना में शामिल दोनों लोगों का आतंकवादी गुट जुनदुल्लाह या उसके नेता से कोई संबंध नहीं है. हां इतना जरूर है कि दोनों उसी कबीले के हैं.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः महेश झा