पीपली लाइव पर भड़के किसान, बैन की मांग
१९ अगस्त २०१०पिछले हफ्ते रिलीज हुई आमिर खान प्रोडक्शन्स की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही है, लेकिन संवेदनशील मुद्दे उठाने और सरकार व मीडिया को निशाने बनाने वाली इस फिल्म के कई विरोधी भी सामने आए हैं. महाराष्ट्र के किसानों ने फिल्म के प्रोड्यूसर आमिर खान का पुतला फूंका है जबकि फिल्म को पास करने वाले सेंसर बोर्ड के दो सलाहकारों ने माफी मांगी है. उनका कहना है कि फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है, जबकि एक सलाहकार ने कहा है कि अगर फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा तो भूख हड़ताल की जाएगी.
महाराष्ट्र में आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों के लिए काम करने वाले किशोर तिवारी ने फिल्म को गरीब किसानों का अपमान बताया है. हालांकि शुरू में उन्होंने फिल्म का स्वागत करते हुए कहा कि इससे किसानों की आत्महत्या की तरफ लोगों का ध्यान जाएगा लेकिन बाद में उनका नजरिया बदल गया. वह कहते हैं, "हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, क्योंकि इस फिल्म की कहानी कर्ज में दबे एक ऐसे किसान के इर्दगिर्द घूमती है जो मुआवजा लेने के लिए आत्महत्या करने की सोचता है. यह ठीक नहीं है. आमिर खान को फिल्म की पटकथा को अंतिम रूप देने से पहले कुछ विशेषज्ञों से सलाह मशविरा करना चाहिए था."
वैसे आमिर कह चुके हैं कि फिल्म का मकसद गांव और शहरों के बीच बढ़ती खाई को दर्शाना है. खासकर सब का ध्यान शहरों को विकसित करने और पैसा बनाने पर है. आमिर खान ने कहा, "गांव और ग्रामीण भारत की पूरी तरह अनदेखी हो रही है. हम यह नहीं देख रहे हैं, जो ठीक नहीं है." भारत की एक अरब से भी ज्यादा आबादी में हर तीन में से दो व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में रहते और काम करते हैं. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस का कहना है कि पिछले दस सालों में कर्ज में दबे डेढ लाख लोगों ने आत्महत्या की है.
उधर, बॉक्स ऑफिस पर पीपली लाइव कामयाबी के झंडे गाड़ रही है. 5 करोड़ रुपये के मामूली से बजट में बनी यह फिल्म पिछले शुक्रवार से अब तक 16 करोड़ रुपये कमा चुकी है. यही नहीं फिल्म ने विदेशों में भी 7 लाख डॉलर की कलेक्शन की है. इसीलिए कुछ लोग इसे साल की अब तक की सबसे अच्छी फिल्म बता रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम