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पुलिस मुठभेड़ में 9 माओवादी मारने का दावा

९ जनवरी २०११

उड़ीसा के नक्सल प्रभावित रायगढ़ जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 9 माओवादी मारे गए. यह मुठभेड़ घने जंगल वाले पहाड़ी इलाके में हुई. उधर, माओवादियों ने बांदामुंडा में रेलवे सिग्नल प्वाइंट उड़ाया. ट्रेनों की आवाजाही ठप.

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तस्वीर: dpa

काशीपुर-कल्याणसिंहपुर की सीमा वाले इलाके में पुलिस और माओवादियों के बीच गोलीबारी हुई. पुलिस को खुफिया सूचना मिली कि उस इलाके में माओवादी छिपे हुए हैं जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई. पुलिस महानिदेशक मनमोहन प्रहराज ने बताया कि उस इलाके में 9 माओवादियों के शवों के साथ हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं. पुलिस को संदेह है कि उस जगह माओवादी कैंप बनाकर रह रहे थे.

माओवादियों के खिलाफ अभियान में उड़ीसा के राज्य पुलिसकर्मी शामिल थे. इलाके में तलाशी अभियान के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है. पुलिस ने काशीपुर-कल्याणसिंहपुर की सीमा वाले इलाके में गश्त भी बढ़ा दी है.

उड़ीसा में ही माओवादियों ने एक रेलवे सिग्नल प्वाइंट उड़ा दिया है जिससे हावड़ा-मुंबई और राऊरकेला-हटिया रेलवे मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई है. रेलवे के मुताबिक 50 से ज्यादा हथियारबंद माओवादियों ने तड़के 2 बजे राऊरकेला से 10 किलोमीटर दूर सिग्नल प्वाइंट को ध्वस्त कर दिया.

उस स्थान पर सुरक्षा बलों के ग्रीन हंट अभियान के खिलाफ माओवादी कई पोस्टर और पर्चे छोड़कर गए हैं. इनमें डॉ बिनायक सेन को छोड़े जाने की मांग भी की गई है.

हमले के दौरान माओवादियों ने 12 कर्मचारियों को बंधक भी बनाया, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. प्रभावित इलाके में वरिष्ठ रेलवे अधिकारी पहुंचे हैं और सिग्नल प्वाइंट को सही करने का काम चल रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा

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