पोंटिंग भी चाहते हैं 10 देशों का वर्ल्ड कप
२१ फ़रवरी २०११तीन बार वर्ल्ड कप जीत चुकी टीम का हिस्सा रह चुके ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पोंटिंग ने कहा कि इस बात में संदेह नहीं कि छोटी टीमों को भी क्रिकेट की दुनिया से जोड़ना है लेकिन वर्ल्ड कप इसके लिए सही प्लेटफॉर्म नहीं है. उन्होंने कहा, "हम सब चाहते हैं कि क्रिकेट फले फूले और दुनिया के नए हिस्सों में भी खेला जाए. लेकिन वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी इसके लिए सही जगह नहीं है. मुझे नहीं पता कि ऐसी जगहों पर छोटी टीमें कितना कुछ सीख सकती हैं."
पोंटिंगा का कहना है, "मुझे लगता है कि अगर कम टीमें इसमें हिस्सा लें तो वर्ल्ड कप अच्छा होगा. लेकिन हमें दूसरी टीमों को भी मिला कर चलना है."
आईसीसी सीईओ हारून लोर्गाट पहले ही कह चुके हैं कि अगली बार से वनडे वर्ल्ड कप में सिर्फ 10 टीमें हिस्सा लेंगी और कच्ची टीमों को मौका नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा है कि ट्वेन्टी 20 से क्रिकेट ज्यादा लोकप्रिय होगा और इसलिए टी20 वर्ल्ड कप में अब 12 की जगह 16 टीमों को शामिल किया जाएगा.
इस बीच, इस बार के वर्ल्ड कप में केन्या और कनाडा जैसी टीमों ने बेहद खराब शुरुआत की है. केन्या को जहां न्यूजीलैंड के हाथों 10 विकेट की हार का सामना करना पड़ा, उसी दिन कनाडा की टीम श्रीलंका से 210 रन से हार गई.
हालांकि कनाडा के कप्तान आशीष बगाई टीमों की संख्या कम करने से खुश नहीं हैं. उनका कहना है, "मुझे नहीं लगता कि आईसीसी के इस कदम से किसी गैरक्रिकेट देश में अच्छे क्रिकेटर पैदा हो सकते हैं. इससे खेल के विकास को झटका लगेगा. अगर वे सचमुच 10 टीमों को ही रखना चाहते हैं, तो ठीक है. लेकिन फिर क्रिकेट वैश्विक खेल नहीं बन पाएगा."
इस बीच इंग्लैंड के ग्रेम स्वान, भारत के सुरेश रैना, वेस्ट इंडीज के किरन पोलार्ड, दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और ऑस्ट्रेलिया के शॉन टेट ने वर्ल्ड कप में ज्यादा टीमें रखने की वकालत की है.
स्वान का कहना है, "उभरते हुए देशों को रहना चाहिए. आप विश्व को विश्व कप से बाहर क्यों करना चाहते हैं. कई बार झटके लग सकते हैं."(छोटी टीमें मजबूत टीमों को हरा सकती हैं.)
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एमजी