प्रणब बने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार
१५ जून २०१२प्रणब मुखर्जी को उम्मीदवार बनाए जाने का ऐलान कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया. सोनिया गांधी ने कहा, '' यूपीए सभी सांसदों और विधान सभाओं के सदस्यों से अपील करता है कि वो प्रणब मुखर्जी की दावेदारी का समर्थन करें.'' मुखर्जी की उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए सोनिया ने कहा कि वे पांच दशक से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय हैं.
प्रणब मुखर्जी फिलहाल कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए गंठबंधन में वित्त मंत्री का कार्याभार संभाल रहे हैं. राष्ट्रपति के पद के लिए नामांकन की वजह से वह 24 जून को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन सवाल यह है कि मुखर्जी के बाद वित्त मंत्रालय कौन संभालेगा. इस बारे में उन्होंने कहा, '' हमारी पार्टी में कई लोग हैं जो इस पद और कठिन आर्थिक परिस्थितियों को संभाल सकते हैं.'' सोनिया के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करने का तुरंत ऐलान कर दिया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा, ''प्रणब मुखर्जी बेहद अनुभवी, काबिल और पढ़े लिखे सांसद रहे हैं. देश के सर्वोच्च पद के लिए इसी तरह के काबिल इंसान की जरूरत थी." बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने भी लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा,'' हमारी पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए सभी नामों पर विचार किया. इसमें से प्रणब मुखर्जी सबसे योग्य उम्मीदवार हैं.'' हालांकि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम को लेकर अड़ी यूपीए की अहम सहयोगी ममता बनर्जी की ओर से इस मामले में कुछ नहीं कहा गया है. बनर्जी ने प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी को तय करने के लिए बुलाई गई मीटिंग में भी हिस्सा नहीं लिया.
अब लोगों की निगाहें टिकी हैं एनडीए के उम्मीदवार पर. हालांकि एनडीए ने भी राष्ट्रपति का नाम तय करने के लिए घटक दलों की बैठक पिछले शुक्रवार को ही बुलाई थी लेकिन अभी तक नाम तय नहीं किया है. वामदलों का रुख भी अभी तक साफ नहीं है. माना जा रहा है कि वे प्रणब मुखर्जी के नाम का समर्थन करेंगे. जयललिता और नवीन पटनायक की ओर से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा का नाम प्रस्तावित किया गया है. और पीए संगमा ने कहा भी है कि वो दौड़ में हैं.
अगले महीने की 19 तारीख को राष्ट्रपति का चुनाव होना है. तब तक सियासी जोड़तोड़ जारी रहेगा.
वीडी/एमजी (एएफपी)