प्राकृतिक आपदा और जोखिम वाले देश
११ अगस्त २०११ब्रिटेन के जोखिम मूल्यांकन करने वाले मेपलक्रोफ्ट ने 196 देशों को भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी, भूस्खलन, बाढ़, तूफान और जंगल की आग से होने वाले आर्थिक जोखिम के आधार पर रैंक दिए हैं.
रैंकिंग में अमेरिका पहले स्थान पर है उसके बाद जापान, चीन और ताइवान है. ये देश 'अति जोखिम' भरे हैं. इसका मतलब ये है कि अगर कोई प्राकृतिक आपदा होती है तो पुनर्निर्माण में जो लागत आएगी वह कहीं ज्यादा होगी. सात और देश (मेक्सिको, भारत, फिलिपींस, तुर्की, इंडोनेशिया, इटली और कनाडा) स्पष्ट तौर पर सबसे ज्यादा जोखिम वाले स्थान पर रखे गए हैं.
लेकिन जोखिम से निपटने के लिए सामाजिक और आर्थिक क्षमता के आधार पर देशों को आंका गया तो कुछ और ही तस्वीर सामने आई. चीन, भारत, फिलिपींस और इंडोनेशिया ज्यादा जोखिम वाली श्रेणी में हैं जबकि अमेरिका और जापान कम जोखिम वाले वर्ग में आते हैं.
सोमालिया समेत अधिकतर 17 देश अत्यधिक जोखिम वाले हैं. सर्वे में प्राकृतिक आपदाओं के कारण कृषि और सूखा की वजह से राष्ट्र को होने वाले आर्थिक नुकसान को शामिल नहीं किया गया है. मेपलक्रोफ्ट ने महसूस किया कि "प्राकृतिक जोखिम विश्व अर्थव्यवस्था के लिए काफी महंगा साबित होता है."
रिपोर्ट: एएफपी/ आमिर अंसारी
संपादन: आभा एम