फिर शुरू होगी अंतरिक्ष की सैर
१४ जनवरी २०११2013 से अंतरिक्ष की सैर फिर से शुरू हो जाएगी. यह सैर अमेरिका की एक कंपनी आयोजित करती है. वर्जीनिया की इस कंपनी स्पेस एडवेंचर्स के पास 2009 के बाद से बेचने के लिए कोई सीट ही नहीं थी. अक्तूबर 2009 में अरबपति गाई लालीबेर्टे ने अंतरिक्ष की सैर की थी. पर 2013 के बाद कंपनी हर साल कम से कम तीन लोगों को 10 दिन की सैर पर ले जा सकेगी. यह सैर रूस के अंतरिक्ष यान सोयूज में कराई जाएगी. कंपनी के प्रवक्ता सर्गेई कोस्टेंको ने बताया कि इस बारे में रूस की स्पेस एंजेसी रोसकोसमोस और सोयूज बनाने वाली कंपनी एनर्जिया के साथ समझौता हो गया है.
ऐसा इसलिए संभव हो पाया क्योंकि रूस को अपने सोयूज विमान में तीन यात्रियों को बिठाने के लिए जगह मिल गई है. असल में सोयूज का इस्तेमाल एक ही बार हो पाता है. तो अब कंपनी ने इन विमानों का उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है.
यात्रियों की सूची पहले ही तैयार
कक्षा में रूसी रॉकेट ले जाने वाले ये विमान 2013 तक 4-5 की तादाद में बनाए जाएंगे. वैसे इस यात्रा पर कितना खर्चा आएगा, इसकी सही सही जानकारी नहीं दी गई है. 2009 में अंतरिक्ष की सैर करने वाले लालीबेर्टे ने तो कभी बताया ही नहीं कि उन्होंने सैर के लिए कितने पैसे दिए. उनसे पहले 2007 में अंतरिक्ष में जाने वाले अमेरिकी सॉफ्टवेयर व्यापारी चार्ल्स सिमोन्यी ने साढ़े तीन करोड़ डॉलर खर्च किए थे. कोस्टेंको का कहना है कि अब 2013 में जो यात्राएं होंगी, उनका खर्च इससे कहीं ज्यादा होगा. उन्होंने बताया कि उनके पास ऐसे यात्रियों की सूची पहले ही तैयार है जो अंतरिक्ष की सैर करना चाहते हैं.
लालीबेर्टे के बाद से सोयूज की सारी सीटों को रूसी एंजेसी रोसकोसमोस ने अपने अंतरिक्षयात्रियों के लिए बुक कर लिया था. अब अमेरिकी एजेंसी नासा अपने स्पेस शटल कार्यक्रम को पूरी तरह बंद करने की योजना बना रही है. इसके लिए उसे अपने कई यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाना है. नासा अब सोयूज में 12 अतिरिक्त सीटों को बुक करने की योजना बना रही है ताकि 2014 से 2016 के बीच उसके अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन से लाया ले जाया जा सके. हर सीट के लिए साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा. पिछले साल ही नासा और रूस के बीच 33.5 करोड़ डॉलर का समझौता हुआ है. इसके तहत नासा को 2013 में सोयूज में छह सीटें मिल जाएंगी.
इस बीच अमेरिकी सरकार भी अंतरिक्ष यात्रा को पर्यटन के तौर पर शुरू करने की योजना पर तेजी से काम कर रही है. इसके लिए दो अमेरिकी कंपनियों स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नॉलजी और ऑर्बिटल साइंसेज कॉर्पोरेशन के जरिए काम हो रहा है. ये कंपनियां फिलहाल अंतरिक्ष में सामान पहुंचाने का काम करती हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया