फिलहाल खाली रहेगी बिन हम्माम की कुर्सी
२९ जुलाई २०११हालांकि जापान और जॉर्डन समेत एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) कई अन्य सदस्यों ने फौरन चुनाव की मांग की, लेकिन कार्यकारी अध्यक्ष झांग झीलोंग चुनाव स्थगित कराने में कामयाब रहे. चीन के झीलोंग पिछले एक महीने से कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं. पहले ऐसा माना जा रहा था कि दो महीने के अंदर चुनाव कराए जा सकते हैं, लेकिन कुआलालम्पुर के करीब एएफसी के मुख्यालय में हुई बैठक में झीलोंग ने सदस्यों का ध्यान इस तरफ खींचा कि नया अध्यक्ष तभी चुना जा सकता है जब वह पद एक साल तक खाली रहा हो.
हम्माम पर पाबंदी
पिछले शनिवार फीफा ने मोहम्मद बिन हम्माम के फुटबॉल संबंधित गतिविधियों पर आजीवन प्रतिबंधित कर दिया है. उन पर फीफा के अध्यक्ष पद के चुनावों में रिश्वत देने का इल्जाम था. हालांकि उन्होंने अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ा. फीफा आचार समिति के अनुसार कतर के उम्मीदवार हम्माम ने कैरिबियाई अधिकारी को 40 हजार डॉलर यानी करीब 18 लाख रुपये दिए. हालांकि 62 वर्षीय बिन हम्माम ने इन आरोपों से इनकार किया है. हम्माम को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी रूप में फुटबॉल से जुड़ने की अनुमति नहीं है.
बैठक को संबोधित करते हुए झीलोंग ने कहा, "आज मैं पूरे दिल से आप लोगों से बात करना चाहता हूं. आज मैं आप लोगों से केवल एएफसी के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रबंधक समिति के अध्यक्ष के तौर पर नहीं, बल्कि एक चिंतित फैन और एशियाई फुटबॉल के समर्थक के तौर पर बात करना चाहता हूं. फुटबॉल एशिया का नंबर एक खेल है. लाखों लोग इसे देखते हैं और आज सब लोग हम से आश्वासन मांग रहे हैं. हमारे फैन्स और प्रायोजक हमसे यह आश्वासन चाहते हैं कि एशियाई फुटबॉल पर इस विपत्ति का कोई असर नहीं पड़ना चाहिए."
फीफा और विवाद
हाल के दिनों में फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था फीफा भ्रष्टाचार के बड़े विवादों में घिरी है. 75 साल के जेप ब्लाटर 1998 से फीफा के अध्यक्ष हैं. इस साल हुए चुनाव से पहले कतर के बिन हम्माम ने उन्हें चुनौती दी लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसने के बाद बिन हम्माम ने दावेदारी वापस ले ली. स्विट्जरलैंड के ब्लाटर लगातार चौथी बार फीफा अध्यक्ष बन गए और उसके बाद फीफा की कार्रवाई में बिन हम्माम को भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया. बिन हम्माम का कहना है कि उनके खिलाफ पक्षपातपूर्ण कार्रवाई हुई है.
पिछले साल कतर को 2022 विश्व कप की मेजबानी दिए जाने पर भी गहरा विवाद हुआ था क्योंकि वर्ल्ड कप गर्मी के मौसम में खेला जाता है और उस दौरान कतर का तापमान 50 डिग्री के आस पास रहता है. फीफा के मानदंडों और फुटबॉल खेलने वाले देशों के मौसम के लिहाज से यह बिलकुल उपयुक्त नहीं है. हालांकि कतर का दावा है कि वह एयरकंडीशंड स्टेडियम बनाएगा. लेकिन चूंकि बिन हम्माम भी कतर के ही हैं, इसलिए फीफा से जुड़े कई देश उसमें भी गोलमाल की संभावना तलाश रहा है. आरोप लगे हैं कि कतर ने मेजबानी हासिल करने के लिए फिक्सिंग की. चर्चा तो यहां तक चल रही है कि मेजबानी फिर से तय की जाए.
तीस साल से एएफसी के महासचिव पीटर वेलाप्पन ने बताया कि एएफसी की बैठक छह घंटों तक चली और सभी सदस्यों ने बहुत गंभीरता के साथ नए अध्यक्ष के बारे में विचार किया. समाचार एजेंसी एएफपी को वेलाप्पन ने बताया, "मैं नए अध्यक्ष के चुनाव के हक में था."
रिपोर्ट: एएफपी/ ईशा भाटिया
संपादन: ए जमाल