1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

फुटबॉल रेफरी के लिए दो और असिस्टेंट

२२ जुलाई २०१०

फुटबॉल के चैम्पियंस लीग के अगले सत्र से रेफरी को दो और सहायक मिल जाएंगे. बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड की बैठक में इस प्रयोग को मंजूरी मिल गई.

https://p.dw.com/p/ORFy
तस्वीर: AP

दक्षिण अफ्रीका में फुटबॉल वर्ल्डकप के दौरान कई बार ये महसूस हुआ कि मैच के दौरान रेफरी के कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी है जिसे बांटने के लिए उसे और सहयोगियों की जरूरत है. जर्मनी और इंग्लैंड के मैच में इंग्लैंड के उस गोल को कौन भूल सकता है जिसे रेफरी ने माना ही नहीं. टेलिविजन फुटेज इस बात की पुष्टि करते हैं कि गोल हो चुका था लेकिन रेफरी की नजरें उसे नहीं देख सकीं. हालांकि इंग्लैंड की हार में इस गोल की कोई बड़ी भूमिका नहीं थी लेकिन फिर भी विवादों ने सिर उठाने से गुरेज नहीं किया. ब्रिटिश मीडिया में तो मैच के दौरान ही इस पर बहस भी छिड़ गई. भला हो जर्मनी का जिसने दो और गोल करके विवादों को ठंढा कर दिया.

बहरहाल अब अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ को भी इसका अहसास हो चुका है और रेफरी की मदद के लिए दो और सहायकों को मैच में शामिल करने की मंजूरी मिल गई है. रेफरी के अतिरिक्त सहयोगियों का प्रयोग यूरोपा लीग के पिछले सत्र में भी किया गया था. अब इसे यूरोप के क्लब मुकाबलों में भी इस्तेमाल किया जाएगा. रेफरी की मदद के लिए दो लाइंसमैन के अलावा दो सहायक और होंगे जो पेनल्टी एरिया में मौजूद रहेंगे. रेफरी के पास दो और सहयोगियों के रहने से खेल में गलत फैसलों की संख्या में कमी आएगी. रेफरी को भी खेल पर ध्यान देने में ज्यादा सुविधा होगी.

कार्डिफ में फुटबॉल के तकनीकी मामलों की कमेटी ने भी इसके लिए अपनी सहमति दे दी है. हालांकि गोल लाइन तकनीकी पर कोई फैसला नहीं हुआ है. उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर में कमेटी की बैठक के दौरान गोल लाइन तकनीकी पर बातचीत होगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः महेश झा